छत्तीसगढ़ में अभी थोड़ी देर में मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है. विधायक मंत्री पद की शपथ लेने वाले है. वहीं दूसरी तरफ माओवादी संगठन के द्वारा आज 22 दिसंबर को भारत बंद के आह्वान के बाद जगदलपुर बस एसोशिएशन ने अंर्तराज्यीय बस सेवा को एक दिन के लिए ठप कर दिया है. जगदलपुर से विजयवाड़ा और हैदराबाद जाने वाली बस के पहिए नक्सलियों के बंद को देखते हुए थम गए हैं. इसके साथ ही बीजापुर और सुकमा जिले के अंदरूनी इलाकों में चलने वाली लोकल यात्री बसों के भी पहिए थम गए हैं.
तीन दिनों में नक्सलियों ने जमकर मचाया उत्पात
आपको बता दें कि तीन दिनों में नक्सलियों ने दक्षिण बस्तर में जमकर उत्पादन मचाया है. सुकमा और बीजापुर जिले में 6 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. जिसमें तीन यात्री बसें भी शामिल है. सुरक्षा के लिहाज से और लगातार नक्सलियों के उत्पात को देखते हुए बस एसोसिएशन ने 22 दिसंबर यानि आज शुक्रवार को अर्न्तराज्यीय बस सेवा और सुकमा, बीजापुर और इसके अलावा अन्य जिलो के नक्सल प्रभावित इलाकों में यात्री बस सेवा ठप रखने का फैसला लिया है.
‘बस मालिको ने आज बसें नही चलाने का लिया फैसला’
दरअसल, नक्सली हमेशा से ही अपने बंद को सफल बनाने के लिए बस्तर संभाग के अंदरूनी इलाकों में एक के बाद एक नक्सली वारदातो को अंजाम देते रहे हैं. ताकि नक्सलियों का बंद सफल होने के साथ-साथ लोगों में दहशत का माहौल बना रहे. शुक्रवार 22 दिसंबर को भी नक्सलियों ने अपनी कुछ मांगों को लेकर भारत बंद का आह्वान किया है. बंद के पहले ही नक्सली बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में सक्रिय होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. 2 दिन पहले ही नेशनल हाईवे-30 पर एक यात्री बस के साथ ही एक ट्रेलर वाहन और एक कार को नक्सलियों ने सुकमा जिले के आसिरगुड़ा के पास आग के हवाले कर दिया. वहीं सुकमा जिले में ही चिंतलनार इलाके में एक पिकअप वाहन में भी आग लगा दी थी. सुकमा में ही एक निजी कार के मालिक से नक्सलियों ने मारपीट भी की. उसके बाद गुरुवार देर रात भी बीजापुर जिले के आवापल्ली इलाके में आवापल्ली से राजधानी रायपुर जा रही रॉयल ट्रेवल्स की बस को रोककर इसे आग के हवाले कर दिया. तिम्मपुरम इलाके में भी एक यात्री बस को आग लगाई गई. इन वारदातों को अंजाम देने के बाद नक्सली आसानी से मौके से फरार हो गए. इन दोनों वारदात के बाद बस मालिकों में दहशत व्याप्त है. इस वजह से सुबह से ही जगदलपुर से आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा, तेलंगाना के हैदराबाद और इस रूट में चलने वाली सभी यात्री बसों की सेवा शुक्रवार 22 दिसंबर के लिए ठप कर दी गई है. इसके अलावा सुकमा,बीजापुर और नारायणपुर के अंदरूनी इलाकों में लोकल यात्री बस सेवा देने वाले मालिकों ने भी अंदरूनी इलाकों में आज के लिए बसें नहीं चलाने का फैसला लिया है. बस मालिकों का कहना है कि नक्सली अपने बंद को सफल बनाने के लिए उनके बच्चों को नुकसान पहुंचा सकते हैं ऐसे में उन्होंने आज बस सेवा ठप रखने की बात कही है.
बस्तर पुलिस के अधिकारियों ने किया सुरक्षा का दावा
हालांकि, बस्तर पुलिस के अधिकारियों का दावा है कि नक्सलियों के बंद को देखते हुए बस्तर संभाग के सभी पुलिस कैंप और थाना को अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही जवानों के द्वारा लगातार सर्चिंग अभियान भी जारी है. दो दिन पहले ही सुकमा जिले में नक्सलियों के मांद में घुसकर जवानों ने नक्सलियों के कैंप पर धावा बोला था और उनके साथ हुई मुठभेड़ में 5 से 6 नक्सलियों को गोली भी लगी थी. हालांकि अब दिन के साथ-साथ रात को भी गश्ती बढ़ाई जाने की बात बस्तर पुलिस के अधिकारियों ने कही है. इधर जानकारों का कहना है कि जिस तरह से बीते तीन दिनों में नक्सली नेशनल हाईवे में बस और निजी वाहनों में आगजनी की घटना को अंजाम दे रहे हैं. यह बस्तर पुलिस की सुरक्षा में चूक को दर्शाता है. फिलहाल शुक्रवार को नक्सलियों के बंद को देखते हुए नक्सली किसी घटना को अंजाम नहीं दे पाए इसके लिए पूरे बस्तर संभाग में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखना बस्तर पुलिस के लिए चुनौती पूर्ण हो सकता है.