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अष्टविनायक के डायरेक्टर विक्की लोहाना की कंपनी शुभ ड्रीम होम्स प्राइवेट लिमिटेड का साईं प्रसाद चीटफंड की जमीन पर करोड़ों का प्रोजेक्ट

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विवादास्पद जमीन पर अष्टविनायक ग्रुप के भी प्रोजेक्ट का बोर्ड टांगा
विवादित भूमि पर अष्टविनायक रियलिटी ने भी अपना बोर्ड टांगा

Bye विशेष संवाददाता

रायपुर :साईंप्रसाद चीटफंड मामले में अविनाश डेवलपर्स के साथ पार्टनरशिप में नया प्रोजेक्ट लाने वाले अष्टविनायक रियलटीज के फाउंडर संतोष विक्की लोहाना के मामले में रोज नये खुलासे हो रहा है.सोशल एक्टिविस्ट विक्रम सिंह चौहान ने बताया कि खबर मिली है कि चीटफंड वाले जमीन का सौदा संतोष उर्फ़ विक्की लोहाना अविनाश ग्रुप से कर चुके हैं. एक तरह से ये डेढ़ माह में इस जमीन का तीसरा सौदा है. पहले बैजनाथ मिश्रा ने अविनाश ग्रुप के लिए सामने आकर इस जमीन को सेबी से ख़रीदा, फिर नामांतरण होते ही अविनाश ग्रुप के नाम रजिस्ट्री करवाई,अब अविनाश ग्रुप शुभ ड्रीम होम्स से जुड़े बिल्डरों को यह जमीन बेच रहा है, जिसमें विक्की लोहाना के साथ तेजश्वर सिंह भाटिया,दिलीप जैन,विक्रम रतेरिया और शुभम अधलखा जैसे बिल्डर जुड़े हुए हैं और 28 दिन पहले बनी इस कंपनी के ये सभी डायरेक्टर हैं. सभी जानते हैं विक्की लोहाना भूपेश बघेल कार्यकाल के 5 साल में पनपा है. वे कांग्रेस नेताओं और रायपुर के बिल्डरों के पैसे को खपाने का काम अष्टविनायक रियलिटी के प्रोजेक्ट के रूप में करते हैं. रायपुर के सभी जमीन का काम करने वालों को बहुत अच्छे से यह मालूम है कि अष्टविनायक रियलिटी के किस प्रोजेक्ट में किन -किन नेताओं , अधिकारियों और बिल्डरों का पैसा लगा है.

विक्की संतोष लोहाना (अष्टविनायक रियलटीज फाउंडर )
विक्की संतोष लोहाना (अष्टविनायक रियलटीज फाउंडर )

बताया जाता है विक्की संतोष लोहाना तो सिर्फ एक माध्यम और मोहरा है इन सब लोगों के पैसे को ईडी और आईटी के निगाह से बचाकर अपने प्रोजेक्ट में लगाने के लिए .इसी क्रम में उन्होंने शुभ ड्रीम्स होम प्राइवेट लिमिटेड बनाया हैं. इस कंपनी को सिर्फ 28 दिन पहले बनाया गया है.2 दिसंबर 2024 को रजिस्ट्रार ऑफ़ कम्पनीज बिलासपुर में इसका पंजीयन किया गया है. इसका CIN  U68100CT2024PPTC013135 है. ये कंपनी इसी चीटफंड वाले जमीन के लिए बनाया गया है.इसमें संतोष उर्फ़ विक्की लोहाना के साथ तेजश्वर सिंह भाटिया,दिलीप जैन,विक्रम रतेरिया और शुभम अधलखा  डायरेक्टर हैं.विक्रम रातेरिया रायगढ़ के नटवर रातेरिया के बेटे हैं जो जूदेव कैश कांड में चर्चित थे.आज की तारीख में नटवर रतेरिया बीजेपी सरकार में काफ़ी दखलंदाजी रखते हैं.वे अविनाश बिल्डर के साथ एक भागीदार और साझेदार के रूप में जुड़े हुए है और अपने राजनीतिक प्रभाव का जमकर इस्तेमाल कर रहें है.शुभम अधलखा वेदांता ग्रुप से जुड़े हैं और महज 30 साल की उम्र में लगभग 12 कंपनियों के डायरेक्टर हैं, जो अपने आप में ताज्जुब और जाँच का विषय हैं. उनके कम्पनियों के पते भी एक -दो जगह के ही हैं. इसके अलावा विक्की लोहाना का सेजबहार में  गोल्फग्रीन नाम का प्रोजेक्ट 5 साल से चल रहा है, जिसमें खुज्जी के पूर्व विधायक स्वर्गीय राजिंदर पाल सिंह भाटिया का बेटा भी पार्टनरशिप में है. इसी विधायक बेटे का मेडीशाइन हॉस्पिटल खरीदने में भी बड़ी हिस्सेदारी है.ज्ञात रहें ये सभी काम ईडी और आईटी के निगाहों से बचकर हुआ है.

शुभ ड्रीम होम्स कंपनी की जानकारी
शुभ ड्रीम होम्स कंपनी की जानकारी

चीटफंड मामले में सबसे बड़ा खिलाड़ी अविनाश ग्रुप ही है. 20-25 साल तक यह कंपनी बेदाग रहीं थी. लेकिन चीटफंड वाले जमीन को कौड़ियों के भाव हथियाने सारा खेल अविनाश ग्रुप ने ही रचा है. इस जमीन पर वास्तव में चीटफंड प्रभावितों का हक़ था. इसलिए चोर दरवाजा अपनाकर अविनाश ग्रुप ने इस जमीन पर बैजनाथ मिश्रा नामक लो प्रोफाइल व्यक्ति को आगे कर हथिया लिया. एक तरह से ये छत्तीसगढियों के साथ धोखा है, आम छत्तीसगढ़िया ठगा गया है. जिस छत्तीसगढ़ के लोगों ने अविनाश ग्रुप को एक ब्रांड बनाया उसी छत्तीसगढ़ के चीटफंड प्रभावितो के हिस्से की प्रापर्टी पर अविनाश ग्रुप ने डाका डाला.

अविनाश डेवलपर्स ने टांगा अपना बोर्ड
अविनाश डेवलपर्स ने टांगा अपना बोर्ड

गौरतलब है कि ग्राम मुजगहन की चीटफंड की विवादित जमीन पर शहर के बिल्डरों का जमकर खेल चल रहा है. सूत्र बताते हैं कि इस जमीन के पार्टनरशिप में अष्टविनायक रियल्टीज के मालिक संतोष विक्की लोहाना भी शामिल हैं व वे यहाँ प्रोजेक्ट लांच कर रहें हैं. इसी बाबत अष्टविनायक रियल्टीज का वहाँ बड़ा सा होर्डिंग लगा है. जिसमें इस जमीन पर “न्यू प्रोजेक्ट कमिंग सून ” लिखा गया है. चीटफंड की इस बेशकीमती जमीन पर जिसमें राज्य के चीटफंड प्रभावितों का हक था जो कि बिल्डरों के हाथ में चला गया है.

दैनिक भास्कर वेबसाइट ने तब इन खबरों को प्रकाशित किया था, जब साईंप्रसाद की कम्पनियो का फ्राड सामने आया था.