रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज से राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आगाज़ होने जा रहा है। इस महोत्सव में कई देशों के कलाकार शामिल शिरकत करेंगे। अपने देश की कला और संस्कृति की छँटा राजधानी पहुंचे कलाकार बिखेरेंगे। रायपुर में आज यानी 28 से 30 अक्टूबर तक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, इसमें सात देशों के नर्तक दलों सहित 27 राज्यों और छह केंद्र शासित प्रदेशों के 59 टीमें शामिल होंगी।
साइंस कॉलेज मैदान में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव को लेकर पूरी तैयारियाँ पूरी हो चुकी है। इसमें भाग लेने अलग अलग राज्यों और देशों से कलाकार रायपुर पहुंच चुके है। इन कलाकार के समूहों में लगभग एक हजार कलाकार शामिल होंगे, जिसमें 63 विदेशी कलाकार होंगे। आयोजन स्थल पर महोत्सव में भाग लेने वाले नृत्य दलों और अन्य अतिथियों के रूकने की व्यवस्था से लेकर परिवहन व्यवस्था ,विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर भव्य तैयारियां की गई है। इस दौरान प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हर दिन 20-20 आदिवासी नर्तक दलों द्वारा अपनी प्रस्तुति दी जाएगी। महोत्सव के दौरान आदिवासियों की जीवन शैली, आदिवासी संस्कृति पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगाई जाएगी तथा संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। प्रदर्शनी में हाथकरघा वस्त्रों और हस्तशिल्प के स्टॉल भी लगाए जाएंगे। आयोजन स्थल पर ट्राइबल डांस एरिया और स्पीकर लाउंज के साथ-साथ लाइव शो केस एरिया, ट्राइबल इंस्पायर्ड एग्जीबिट, शिल्प-ग्राम और फूड-एरिया भी होगा।
विदेशों से छत्तीसगढ़ पहुंचें कलाकार
राजधानी रायपुर में कलाकारों के आने का सिलसिला शुरू हो चूका है। इस बीच नृत्य महोत्सव के लिए देश-विदेश के नर्तक दल पहुंच चुके हैं। सबसे पहले विदेशी दल नाइजीरिया से रायपुर पहुंचा, जिसके स्वागत अभनन्दन के लिए स्वयं छत्तीसगढ़ के सांकृतिक मंत्री अमरजीत सिंग भगत रायपुर एयरपोर्ट पहुंचे थे। कलाकारों का जत्था युगांडा, श्रीलंका, उज्बेकिस्तान, स्वाजीलैंड, मोरक्को, माले और फिलिस्तीन की टीम का आगमन रायपुर में हो रहा है। इन टीमों को ठहरने के लिए अलग-अलग होटलों में व्यवस्था की गई है। पूरे आयोजन की सुरक्षा और अन्य व्यवस्था के लिए पांच हजार से अधिक पुलिस व अधिकारियों की टीम तैनात की गई।
छत्तीसगढ़ सरकार ने दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को दिया न्यौता
राज्य में यह दूसरी बार आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने छत्तीसगढ़ की सरकार ने दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को भी इसमें शामिल होने के लिए न्यौता दिया गया है। आज शाम से आदिवासी नृत्य महोत्सव का आगाज़ होने वाला है। वहीं छत्तीसगढ़ आए कलाकार काफी उत्साहित हैं,कि उन्हें अपने कला और संस्कृति को देश विदेश तक पहुंचने का एक सुनहरा मौका मिला है। छत्तीसगढ़ के कलाकार राजधानी होने वाले महोत्सव में भाग लेने पापहुच चुके है। छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचल बस्तर, दंतेवाड़ा, कोरिया, कोरबा, बिलासपुर, गरियाबंद, मैनपुर, धुरा, धमतरी, सरगुजा और जशपुर के कलाकार भी इस कार्यक्रम में अपने इतिहास, संस्कृति और परम्पराओं का प्रदर्शन करेंगे। इस नृत्य महोत्सव से छत्तीसगढ़ को एक नई पहचान मिलेगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं इस महोत्सव की लगातार की समीक्षा कर रहे हैं।