रायपुर: छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार बस्तर के आदिवासियों के हित में लगातार विकास के कार्य और योजनाओ की पहल कर रहे है। राजधानी रायपुर में पिछले दो दिनों से आदिवासिओं के हित में बैठक मुख्यमंत्री निवास में हो रही है , जहा आदिवासी नेताओं के साथ कांग्रेस के आबकारी मंत्री कवासी लखमा सहित अन्य नेतागण मौजूद है। मुख्यमंत्री ने आदिवासी बहुल 14 जिलों में कोदो-कुटकी खरीदी केंद्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा, इन जिलों के गोठानों में कोदो-कुटकी प्रसंस्करण केंद्र भी खोले जाएंगे। यहां से इसके बेचने की भी व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, जिन जिलों में कोदो-कुटकी का उत्पादन होता है, वहां राज्य सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर खरीदी की व्यवस्था की जाएगी। किसानो के धान का समर्थन मूल्य 3 हजार करने की बात भी की जा रही है।
आज चर्चा के दूसरे दिन पत्रकारों से चर्चा के दौरान उद्योग और आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने तंज कसते हुए यह तक कह डाला कि डॉ रमन सिंह झोला छाप डॉक्टर है. झोला छाप डॉक्टर छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बना था। अपने कारकाल में सिर्फ हवाई यात्रा कर ऊपर ही ऊपर उड़ाते रहे कभी ज़मीन पर आके नहीं देखा कि राज्य के क्या समस्याएं है , उन्होंने कभी भी छत्तीसगढ़ के किसानो के हित में काम नहीं किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानो, मज़दूरों के लिए काम करने वाले है। जब से कांग्रेस की सरकार आये है तब से नेता और जनप्रतिनिधि पूरे राज्य में कार से दौरा कर रहे है और ज़मीनी समस्याओं को समझ रहे है। बस्तर में अब शांति का माहौल व्याप्त है। बस्तर सहित पूरा राज्य नित नए प्रगति की ओर अग्रसर हो रहा है। आने वाले चुनाव में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलने वाली है। भाजपा का मोह अब छत्तीसगढ़ की जनता को नहीं रहा। कांग्रेस की सरकार अगले चुनाव में आने का दम्भ भरा है।
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