रायपुर: इंसान चाहे कितना भी बड़ा क्यों ना हो जाये वो अपनी ज़मीनी हकीकत को कभी नहीं भूलता और यही एक अच्छे और सच्चे इंसान की पहचान है। ज़मीन से जुड़े होने के कारण आज राज्य के मुखिया भूपेश बघेल ने ये बात साबित कर दी। बात उस समय की ही जब भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे। भूपेश बघेल ब्राह्मण पारा स्थित गाँधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुँचे थे, तब वहां के निवासियों के आग्रह पर सेमहरा बाड़ा के खादी दुकान पहुँचकर खादी का कपड़ा खरीदा था। दुकानदार से कहकर उन्होंने चाय मंगवाई ,जब उन्हें दुकानदार ने कुर्सी में बैठेने के लिये कहा तो भूपेश बघेल दुकान के बाहर पाटे में जा बैठे और कहा कि चाय पीने का आंनद पाटे में बैठकर पीने में आता है। भूपेश बघेल के इस सरल और ठेठ छत्तीसगढ़ी रूप के देखकर वहाँ के लोगो ने कहा कि आप एक दिन जरूर मुख्यमंत्री बनेंगे तब आप इस पाटे में बैठेंगे जरूर आइयेगा।
आज भूपेश बघेल जब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हो गए तब आज राज्य के मुखिया गणेश प्रतिमा के दर्शन करने ब्राह्मण पारा आये तो कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने उन्हें वह वादा याद दिलाया कि मुख्यमंत्री बनने के पहले उन्होंने पाटे में बैठने का वादा किया था। विकास तिवारी के इस आग्रह को सहजता से मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया और उसी खादी भंडार के पाटे में बैठ गए। वहां के निवासियों ने कहा कि भूपेश बघेल जो वादा करते है, उसे निभाते है।वहां पर उपस्थित लोगों ने कहा की एक प्रदेश के मुख्यमंत्री का आम नागरिकों की तरह पाटे में बैठना उनकी सहजता और जनता से जुड़े रहने के भाव को दिखाता है। आज वह उपस्थित लोगों ने भूपेश बघेल की सहजता को देख हतप्रभ रह गए और उनके सरल और सहज भाव की सरहना करने लगे।