रायपुर (छत्तीसगढ़ उजाला)। पिछले दिनों एंटी करप्शन ब्यूरो के छापे के दौरान एडीजी के सरकारी बंगले और उनके करीबियों के यहां से कुछ डोजियर और टूलकिट दस्तावेज और पेन ड्राइव मिले थे, जिसकी जांच में पुलिस ने सरकार के खिलाफ षड्यंत्र मानते हुए कोतवाली पुलिस ने जीपी सिंह के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया है। जीपी सिंह के सरकारी बंगले और सहयोगियों के ठिकानों में छापेमारी के दौरान जो दस्तावेज मिले हैं, उसमें ऐसी बातें सामने आई हैं, जो सरकार के खिलाफ साजिश रचने की ओर इशारा कर रहीं हैं। उनके निवास से 49 लाख रुपये के तो डेढ़ दर्जन से अधिक लैपटाप, आइपैड, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिले थे।
फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। पिछले दिनों एसीबी ईओडब्ल्यू ने जीपी सिंह और उनके करीबियों के यहां छापे की कार्रवाई की थी, जिसमे 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ था और ये आपत्तिजनक डोजियर और टूलकिट दस्तावेज समेत पेन ड्राइव जब्त की गई थी। इसके बाद राज्य सरकार के गृह विभाग ने जीपी सिंह को निलंबित कर दिया था।
पिछले एक हफ्ते से एसीबी और रायपुर पुलिस की टीम इन दस्तावेजो की जांच में जुटी हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने देर रात 154-A और 124-A की धाराओं में मामला दर्ज किया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में भारतीय सेवा यानी आईएएस, आईपीएस और आईएफएस के किसी अधिकारी के खिलाफ राजद्रोह का यह पहला मामला दर्ज हुआ है। इससे पहले भारतीय सेवा के किसी अधिकारी पर यह केस दर्ज नहीं किया गया है।