रायपुर, (छत्तीसगढ़ उजाला)। प्रदेश के 22 जिलों में एसपी बदलने के बाद अब डीजीपी डीएम अवस्थी एक्शन मोड में आ गए हैं। उन्होंने पुलिस मुख्यालय में सभी रेंज के आईजी और एसपी की वर्चुअल बैठक ली। इसमें उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि प्रदेश में टेंट लगाकर जुआ और सट्टा चल रहा है। आपको क्या लगता है, मेरे पास जानकारी नहीं आती। सभी एसपी जुआ-सट्टा और अवैध शराब के कारोबार पर कार्रवाई करें। अगर इस पर रोक नहीं लगती है, तो संबंधित जिले के एसपी जिम्मेदार होंगे। ऐसे में उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी ने चेतावनी भरे लहजे में सभी पुलिस अधिकारियों से कहा कि थोड़े कहे को ज्यादा समझिए। डीजीपी ने मंगलवार को दो घंटे की समीक्षा में एक-एक जिले के क्राइम रिकॉर्ड की पड़ताल की। एसपी से थानों की स्थिति के बारे में जाना। इसके बाद अपराधों पर नियंत्रण नहीं करने की शिकायतों पर सवाल-जवाब शुरू किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध अपराधों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
महिला एवं बाल अपराधों के लिए बनाई सेल शीघ्रता से कार्रवाई करें, जिससे ऐसे अपराधों को रोका जा सके। शहर के ऐसे इलाके जो सुनसान हों और जहां छेड़खानी की घटनाएं अधिक होती हैं, वहां पर महिला पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाएं। आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक स्वयं ऐसे पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाएं, जिनका सूचना तंत्र मजबूत हो।
डीजीपी ने चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई और साइबर अपराध को सक्रियता से निपटाने का निर्देश दिया। बैठक में आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा, डीआईजी हिमानी खन्ना, एआइजी राजेश अग्रवाल, यूबीएस चौहान आदि उपस्थित थे।