रायपुर। : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के ढाई साल पूरे होने पर भाजपा ने प्रदेशभर में पत्रकारवार्ता करके राज्य सरकार से सवाल पूछा है। राजधानी में पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि इतिहास में सबसे ज्यादा असफल और अलोकप्रिय सरकार है। ढ़ाई वर्ष का यह कालखंड जनता से किए सभी वादे को तोड़ने, धोखाधड़ी, विश्वासघात और अराजकता के काले अध्याय के रूप में ही जाना जाएगा।
सरकार में योजनाएं सिर्फ भ्रष्टाचार के लिए, विकास के काम सिर्फ विज्ञापन के लिए किया जा रहा है। रमन ने कहा कि कार्यकाल आधा, भूपेश भूल गए वादा, सवाल तो पूछे जाएंगे, जवाब तो देना होगा। रमन ने कर्ज के मुद्दे से लेकर बेरोजगारी को लेकर सवाल किया। किसानों की आत्महत्या, विकास के काम स्र्कने, प्रधानमंत्री आवास को लौटाने सहित एक दर्जन मुद्दों पर सवाल पूछा।
रमन ने कहा कि भाजपा सरकार ने 15 साल में 33 हजार करोड़ का कर्ज लिया। भूपेश सरकार ने 30 महीने में 36 हजार करोड़ का कर्ज लिया। सरकार के पांच साल पूरा होने तक प्रदेश पर ण्क लाख 30 हजार करोड़ का कर्ज हो जाएगा। सरकार को ब्याज का भुगतान 5,330 करोड़ करना पड़ता है।
एक सवाल के जवाब में रमन ने कहा कि जवाब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से मांगा जाएगा। क्योंकि भूपेश बघेल सरकार के मुखिया हैं और जनता से जो वादा किया गया, उसका ड्राफ्ट सिंहदेव ने तैयार किया था। उन्होंने कहा कि उपलब्धियों को लेकर बहस सार्वजनिक मंच पर होनी चाहिए। भाजपा बिना पूछे 15 साल की उपलब्धि बताएगी और कांग्रेस के ढाई साल के कार्यकाल पर अगले ढाई साल तक सवाल पूछेगी।
धान का घटा रहे रकबा, वन नेशन, वन राशनकार्ड में रोड़ा
रमन ने पूछा कि कांग्रेस के 36 वादों का क्या हुआ, क्या स्थिति में प्रदेश को छोड़ा है। विकास के नाम पर न स्कूल बने, न रोड बनी, किसान आत्महत्या क्यों कर रहे हैं। मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि आठ लाख हेक्टेयर धान का रकबा घटा देंगे। वन नेशन, वन राशनकार्ड को किसान हितैषी भूपेश बघेल ने लागू नहीं किया। प्रदेश में रेत माफिया, शराब माफिया, भू माफिया, हाथी माफिया, कोयला माफिया, ड्रग माफिया, जंगल माफिया सक्रिय हैं।
इन मुद्दों को लेकर पूछा सवाल
पूर्ण शराबबंदी बनाम होम डिलीवरी, बदहाल क़ानून व्यवस्था, किसानों के कर्ज माफी का वादा था। जबकि हालात यह है कि प्रदेश रोज करोड़ों का कर्जदार बनाया जा रहा है। वादा था हर भूमिहीन परिवार को जमीन, सबके सिर पर छत, कब्जाधारी को पट्टा, जबकि केंद्र सरकार से गरीबों के छह लाख आवास मिले, जिसमें चार लाख लौटा दिया गया। प्रदेश में 1.80 लाख आवास बनकर तैयार है, लेकिन तीसरी किस्त नहीं दे रहे।