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छत्तीसगढ़ में कोरोना:1910 नए केस और 20 मौतें, रायपुर में 507 मरीजों के साथ आंकड़ा 60 हजार पार

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छत्तीसगढ़ में मंगलवार को कोरोना के 1910 नए संक्रमित बढ़ गए हैं। रायपुर में 507 पॉजिटिव मिले हैं। पिछले 24 घंटे में राजधानी की 9 समेत प्रदेश में 20 मौतें हुई हैं। इस बीच प्रदेश में सक्रिय संक्रमितों की संख्या 10 हजार के पार हो चुकी है, जबकि 1 मार्च को 22 सौ एक्टिव मरीज थे। केवल 23 दिनों में मरीजों की संख्या 8247 बढ़ गई है।

नए केस के साथ रायपुर जिले में कोरोना मरीजों की संख्या भी अब 60 हजार के पार पहुंच गई है। राजधानी में ही प्रदेश का पहला मरीज एक साल पहले 18 मार्च को मिला था। प्रदेश में इस साल की शुरूआत में सक्रिय मरीजों की संख्या 11 हजार पर पहुंच गई थी। उसके बाद से अब इस तरह के हालात बने हैं। यही नहीं जनवरी-फरवरी में मरीजों की संख्या में लगातार कमी आई। यहां तक कि मार्च की शुरूआत में प्रदेश में केवल 2200 के आसपास ही सक्रिय मरीज थे। मार्च के तीसरे हफ्ते में एक्टिव मरीजों की संख्या 5 हजार, 6 हजार के पार होते हुई अब 10 हजार के पार हुई है।

यही नहीं एक्टिव मरीजों की दर 1.09 प्रतिशत से बढ़कर 2.8 प्रतिशत पर आ गई है। फरवरी के महीने में एक्टिव मरीजों की दर 0.9 प्रतिशत पर भी पहुंच गई थी। यह दर उस समय थी जब कम संख्या में केस मिल रहे थे।

आज आएंगी 5.26 लाख वैक्सीन की डोज
वैक्सीन का संकट और वैक्सीनेशन तक टलने की आशंकाओं के बीच अच्छी खबर यह आई है कि बुधवार, 24 मार्च को प्रदेश में कोविशील्ड वैक्सीन के 5.26 लाख डोज आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कह दिया था कि अगर केंद्र से वैक्सीन नहीं आई तो प्रदेश में टीकाकरण रोकना पड़ सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने केंद्र से वैक्सीन के 12 लाख डोज मांगे थे। बुधवार को आने वाली खेप से शनिवार तक वैक्सीन का संकट नहीं रहेगा। स्टेट वैक्सीन स्टोर में कोविशील्ड वैक्सीन फिलहाल खत्म है।

जिलों को जो स्टाॅक भेजा गया था, वही चल रहा है लेकिन खत्म होने की कगार पर है। मंगलवार की शाम यह स्थिति है कि अधिकांश जिलों मे सिर्फ एक दिन की वैक्सीन बची है। प्रदेश में वैक्सीन के खत्म होते स्टॉक के मद्देनजर यहां से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को 12 लाख टीके की डिमांड भेजी गई थी।

हेल्थ विभाग हरकत में तब आया, जब दो दिन पहले स्टेट वैक्सीन स्टोर में टीकों का स्टाॅक खत्म हुआ। इसका नतीजा यह हुआ कि प्रदेश में टीकाकरण केंद्र बढ़ाने के फैसले को स्थगित करना पड़ा। यही नहीं, 1700 वैक्सीनेशन बूथ थे, जिन्हें 1500 में समेट दिया गया।

टीके कई बार लेट
भास्कर पड़ताल में पता चला है कि मार्च की शुरूआत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से प्रदेश में टीको की सप्लाई के लिए टाइम स्लॉट बनाकर दिया था। इसके तहत कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनो ही तरह के टीके आने थे। मार्च में दो बार में कोविशील्ड के करीब 8 लाख टीके और कोवैक्सीन के लगभग 1 लाख टीके आने थे।

मार्च की शुरूआत में कोविशील्ड के 2.28 लाख डोज के बाद टीके आ ही नहीं रहे थे। इस बीच, शुक्रवार 19 मार्च को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 22 मार्च तक 5.26 लाख कोविशील्ड टीके भिजवाने की पुष्टि की गई, जिसको बाद में एक दिन और लेट कर दिया गया।

15 लाख को लगी वैक्सीन
प्रदेश में पहले और दूसरे चरण के टीकाकरण को मिलाकर अब वैक्सीनेशन 15 लाख के करीब पहुंच चुका है। प्रदेश में फिलहाल कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनो ही तरह के टीके लगाए जा रहे हैं। ऐसे जिले जहां टीकाकरण के पहले चरण का टारगेट पूरा हो चुका है, वहां अब दूसरे दौर के टीकाकरण के लिए ही टीके दिए जाएंगे।

प्रदेश में टीकाकरण की शुरूआत से पहले ही 3 हजार से ज्यादा बूथ चिन्हित किए जा चुके हैं। लेकिन टीके की पर्याप्त मात्रा नहीं होने के कारण एक साथ अभी तक सब के सब केंद्रों पर वैक्सीनेशन शुरु नहीं किया जा रहा है।

नई खेप के बाद टीको का हिसाब

दोनो तरह के टीके (पहले हुए सप्लाई) – 16.72 लाख
कोविशील्ड (आज की सप्लाई) – 5.26 लाख
कुल टीके मिले (अब तक)- 21.98 लाख
दूसरा चरण में 30 लाख से ज्यादा लोगो को टीके लगेंगे
“बुधवार को कोविशील्ड के 5.26 लाख टीके आने की सूचना मिल गई है। इसके बाद दूसरा चरण शुरू करने जा रहे हैं, जिसमें 30 लाख से ज्यादा लोगो को टीके लगेंगे।”

  • डॉ. अमरसिंह ठाकुर, राज्य टीकाकरण अधिकारी