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छत्तीसगढ़ भाजपा संगठन चला कांग्रेस की राह पर, आईटी सेल के अलावा सोशल मीडिया प्रभारी बनाना समझ से परे?

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छत्तीसगढ़ भाजपा संगठन चला कांग्रेस की राह पर, आईटी सेल के अलावा जिलो में सोशल मीडिया प्रभारी बनाना समझ से परे?

शायद ऐसा लगता है मानो अब भाजपा कार्यकर्ताओं की नहीं पदाधिकारियों की पार्टी हो गई हैऔर वह भी उन पदाधिकारियों की जिनका धरातल पर कोई स्थान ही नहीं है । भाजपा संगठनात्मक संरचना को संवैधानिक तरीके से मूर्त रूप देती आई है लेकिन इस संवैधानिक स्वरूप में एक बात समझ से परे है की क्या आईटी सेल और सोशल मीडिया एक दूसरे के सहयोगी है / पूरक है या अलग-अलग विधाएं हैं ? हाल में प्रदेश प्रभारी आईटी सेल दीपक मस्के जी के द्वारा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष माननीय श्री विष्णु देव साय जी एवं प्रदेश संगठन महामंत्री माननीय पवन साय जी की सहमति से भाजपा संगठन में आईटी सेल एवं सोशल मीडिया सेल के अंतर्गत उन सभी तुर्रम खानों को स्थापित किया गया जिनका ना धरातल पर ना आभासी दुनिया में कोई विशिष्ट स्थान है।

शायद भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ प्रदेश शीर्ष नेतृत्व द्वारा कांग्रेस की तरह अपने चाटुकार लोगों को किसी भी तरह संगठन में स्थान देकर उन्हें पोषित करने में लगा है और इन नियुक्तियों के माध्यम से एक विचारणीय प्रश्न यह जरूर उठता है की क्या आई टी सेल और सोशल मीडिया दोनों अलग विधाएं हैं और यदि हैं तो प्रदेश स्तरीय सोशल मीडिया प्रभारी की नियुक्ति आज तक क्यों नहीं ???

भाजपा के संगठन नेताओं ने बनाया सोशल मीडिया और आईटी सेल?

:::नई शब्दावली नए कलेवर से अपने लोगो को पद बांटने का चल रहा गुणाभाग::::

भाजपा आज प्रदेश की सत्ता से बाहर है,विधानसभा चुनाव में इतनी जबरदस्त हार होगी इसका अंदाजा भी पार्टी नेताओं को नही थी।15 वर्ष की सत्ता के बाद भाजपा का ऐसा हाल होगा इसकी कल्पना भी नही थी।विधानसभा चुनाव में कड़ी हार मिलने के बाद भी आज भी उन्ही नेताओ की पूछपरख से कार्यकर्ता आज भी नाराज नजर आता है।आगामी वर्ष में होने वाले चुनाव में सत्ता वापस पाने की लालच कही न कही पार्टी का नुकसान भी कर सकती है।क्या छत्तीसगढ़ में भाजपा का कांग्रेसीकरण हो चुका है।ऐसे बहुत से सवाल है जिसको लेकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को मनन करने की आवश्यकता है।


आज पार्टी के इस स्तर पर आने के बाद भी शीर्ष नेतृत्व से यह अपेक्षा की जाती है की नियुक्तियों से पहले उनके धरातल को समझें और इस तुष्टीकरण के नियुक्ति करण से बचकर प्रदेश भाजपा को स्वच्छ बौद्धिक कर्मठ और समर्पित कार्यकर्ताओं को स्थान देकर संगठन को मजबूत बनाएं।