सत्ता की राजनीति में नए चेहरों को मौका देकर भाजपा नेताओं की नई पीढी तैयार करने की राजनीति पर चल पड़ी है । 31 साल की लक्ष्मी राजवाड़े को मंत्री पद देकर पार्टी ने इसका स्पष्ट संकेत दे दिया है। हालांकि वरिष्ठ नेताओं के लिए इसे पचा पाना आसान नहीं है। पार्टी की राजनीति में जिन्होंने सब कुछ लगा दिया, उन्हें इस त्याग के लिए तैयार होने में समय लगेगा। देखना होगा कि आने वाले समय में पार्टी किस ओर बढ़ती हुई नजर आती है।
छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल के पहले विस्तार में आज 9 मंत्रियों को पद की शपथ दिलाई जा रही है। शपथ ग्रहण समारोह 11.45 बजे राजभवन में होने जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, केदार कश्यप, दयालदास बघेल, लखन देवांगन, श्याम बिहारी जयसवाल, ओपी चौधरी, टंकराम वर्मा, लक्ष्मी राजवाड़े मंत्री पद की शपथ लेंगे। इस तरह मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री समेत मंत्रिमंडल में प्रायः चेहरे चेहरे एक तरह से नए ही हैं। आज मंत्री पद की शपथ लेने वाले मंत्रियों समेत 12 सदस्यीय मंत्रिमंडल में सिर्फ चार को ही फिर से मौका दिया गया है। आठ चेहरे नए हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कल विधानसभा का सत्र संपन्न होने के ठीक बाद राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह के आयोजन की जानकारी दी।मंत्री पद की शपथ लेने वाले में तीन ओपी चौधरी, टंकराम वर्मा और लक्ष्मी राजवाड़े पहली बार विधायक चुने गए हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में सरगुजा संभाग को विशेष महत्व मिला है। यहां से तीन रामविचार नेताम, लक्ष्मी राजवाड़े और श्याम बिहारी जायसवाल मंत्री पद की शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल में लक्ष्मी राजवाड़े महिला वर्ग से अकेली महिला होंगी, जो मंत्री पद की शपथ लेंगी। पार्टी की कई वरिष्ठ नेत्रियां चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचीं हैं, लेकिन म उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया। इनमें रेणुका सिंह, लता उसेंडी, गोमती साय का नाम मंत्री पद के दावेदारों में गिना जा रहा था। मंत्रिमंडल में आज के शपथ ग्रहण के बाद एक मंत्री की जगह बचेगी, हो सकता है किसी अन्य महिला को मौका मिले।