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बस्तर में ‘बुलेट’ पर ‘बैलेट’ पड़ेगा भारी, नक्सलियों के गढ़ में पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती

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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कल 7 नवंबर को 20 सीटों में मतदान होना है, जिसमें 12 सीट बस्तर संभाग की है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से यहां शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराना चुनाव आयोग के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होती है. लेकिन इस बार बस्तर पुलिस ने शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराने के लिए सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम करने का दावा किया है. बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने बस्तर की जनता से निर्भय होकर मतदान करने की अपील की है.

बस्तर के आला अधिकारियों का अनुमान है कि इस बार 2018 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा, क्योंकि इस बार घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 126 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं और यहां की जनता को भी लोकतंत्र के इस महापर्व में शामिल होने के लिए उनका आत्मविश्वास बढ़ाया है. बस्तर आईजी का दावा है कि इस साल चुनाव में जरूर बुलेट पर बैलेट भारी पड़ेगी और बस्तर की जनता नक्सलियों के नापाक मंसूबों को ध्वस्त करते हुए बढ़ चढ़कर मतदान करने केंद्रों तक पहुंचेगी.

बस्तर में पर्याप्त सुरक्षा बल- आईजी

दरअसल बस्तर संभाग के सभी 12 विधानसभा सीट नक्सल प्रभावित है. हमेशा से ही नक्सली अंदरूनी इलाक़ो में चुनाव का बहिष्कार करते आ रहे हैं और इस बार भी मतदान से पहले अपनी सक्रियता दिखाते हुए लगातार एक के बाद एक वारदातों का अंजाम दे रहे हैं. नारायणपुर में भाजपा जिला उपाध्यक्ष की हत्या करने के साथ ही सुकमा इलाके में तीन वाहनों में आगजनी और कांकेर जिले के पखांजूर एरिया में मुखबिरी के शक में तीन ग्रामीणों की हत्या कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. हालांकि इसके बावजूद बस्तर आईजी का कहना है कि चुनाव आयोग ने बस्तर में पर्याप्त सुरक्षा बल भेजी है और इसके अलावा पड़ोसी राज्य तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और उड़ीसा की स्पेशल फोर्स भी सीमावर्ती इलाकों में मोर्चा संभाली हुई है.

मतदान केंद्र में महिला कमांडो की तैनाती

नक्सली संवेदनशीलता के आधार पर 600 से अधिक मतदान केंद्र को तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा में रखा गया है. सभी मतदान केंद्रों में पैरामिलिट्री फोर्स और स्थानीय पुलिस की तैनाती की गई है. इसके अलावा बस्तर संभाग के 7 जिले के 5-5 मतदान केंद्र में महिला कमांडो को सुरक्षा की कमान दी गई है. एक-एक जिले के 5-5 मतदान केंद्रों में महिला कमांडो सुरक्षा के कमान संभालेगी. इसके अलावा बम डिस्पोजल दल और डॉग स्क्वायड टीम का भी मतदान केंद्रों में सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहेगा. 7 नवंबर से पहले ही अंदरूनी इलाकों में बकायदा बीडीएस की टीम और डॉग स्क्वायड की टीम तैनात होकर बेहतर तरीके से कम कर रही है. वही इस बार 126 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं और कई पोलिंग बूथ को शिफ्ट भी किया गया है.

126 से अधिक स्थानों में नए मतदान केंद्र

156 से अधिक मतदान केंद्र के दल को हेलीकॉप्टर के माध्यम से मतदान केंद्रों तक पहुंचाया गया है. वहीं बीजापुर, नारायणपुर, अंतागढ़, दंतेवाड़ा और कोंटा विधानसभा की कुल 149 मतदान केंद्र शिफ्ट की गई है और इन्हें थाना और CRPF कैंप के नजदीक बनाया गया है. वहीं 126 से अधिक स्थानों में नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से मीनपा, गलगम, सिलगेर, चांदामेटा जैसे 40 मतदान केंद्र पूरी सुरक्षा के बीच वापस गांव में स्थापित की गई है. आईजी सुंदरराज पी ने बस्तर संभाग की जनता से अपील करते हुए कहा कि बस्तर संभाग के अंदरूनी इलाके में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम कर दिए गए हैं. इसलिए मतदाता को बिना किसी डर और भय के अधिक से अधिक संख्या में मतदान केंद्र पहुंच कर अपना संवैधानिक जिम्मेदारी को निभाते हुए वोट करने की अपील की है.