सूरजपुर : कचरा प्रबंधन के लिए भूखंड उपलब्ध न होने के कारण नगर के सभी 18 वार्डो से संग्रहित कचरा लोड कर नगर पालिका की सभी वाहन परिसर में ही खड़ी है। राजस्व अमला द्वारा कचरा हेतु भूमि आवंटित करने में बरती जा रही उदासीनता को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नगरपालिका द्वारा विगत दो वर्षों से कचरा प्रबंधन के लिए राजस्व विभाग से 10 एकड़ भूमि की मांग लगातार की जा रही है लेकिन राजस्व अमले के द्वारा भूमि आवंटन में बरती जा रही उदासीनता के कारण इन दिनों नगर पालिका के समक्ष कचरा फेंकने की परेशानी उत्पन्न हो गई है और विगत तीन-चार दिनों से कचरा लोड कर नगर पालिका की सभी वाहन परिसर की शोभा बढ़ा रही है। यहां यह भी बताना आवश्यक है कि नगर पालिका द्वारा अब तक जिस स्थान पर कचरा फेंका जाता था उन स्थानों को कचरा के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है और नगर पालिका के जिन परिसरों में कचरा फेंकना सुनिश्चित किया गया था उन स्थानों पर कचरा फेंकने आम जनता की आपत्ति आने लगी है। परिणाम स्वरूप कचरा फेंकने को लेकर नगर पालिका के समक्ष बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है। ऐसे में नगर के सभी 18 वार्डो से संग्रहित कचरा कहां फेंका जाए इसको लेकर नगर पालिका अमला और जनप्रतिनिधि परेशान है।
इस संबंध में स्वच्छ भारत मिशन एवं स्वच्छता अभियान से जुड़े समाजसेवी प्रवेश गोयल ने बताया कि कचरा प्रबंधन को लेकर हुए अब तक एसडीएम, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी, नगर पालिका अधिकारी व नगर पालिका अध्यक्ष समेत सभी से मुलाकात कर चुके हैं और कचरा फेंकने के स्थान को लेकर भूमि आवंटन की प्रक्रिया को पूर्ण करने की अपील कर चुके हैं लेकिन न तो राजस्व अमला के द्वारा कोई सार्थक पहल की गई और न ही नगर पालिका की प्रबंधन कमेटी इस दिशा में कोई परिणाम हासिल कर पाई। परिणाम स्वरूप नगर पालिका क्षेत्र से संग्रहित कचरा फेंकने को लेकर बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है।