इस साल केन्द्र सरकार छत्तीसगढ़ से 86.5 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदेगी। केन्द्र ने राज्य को कस्टम मिलिंग के लिए सहमति पत्र भेजा है। जिसे लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जब हम लोग झोली फैला कर गए थे तब हमारा चावल नहीं खरीदा। पहले 23 लाख मीट्रिक टन खरीदे फिर 26 लाख किए और बाद में 33 लाख मीट्रिक टन किया गया।
सीएम ने कहा कि आज पूरी दुनिया में चावल और गेहूं की कमी हो गई है। खबरों में ये भी पता चला है कि गेहूं निर्यात करेंगे और जो गैर बासमती चावल है, उसके निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है जिसकी दुनिया भर में अच्छी डिमांड है।
देश में भी ये हालात हैं कि कई जगह अतिवृष्टि हुई है और कहीं कम बारिश भी दर्ज की गई है। इसी आधार पर फसलों की आंकलन रिपोर्ट जो भारत सरकार को मिली है उसमें ये दबाव है कि हमको अनाज की ज्यादा जरूरत पड़ेगी इसलिए इन्होंने 86 लाख मीट्रिक टन चावल लेने का फैसला लिया है।
सीएम भूपेश बघेल ने बताया कि पिछले कुछ सालों में प्रदेश में 300 राइस मिल बढ़े हैं और इस बार के फसल आंकलन करने की जरूरत है। बारिश शुरू हुई है और रोपाई का काम अभी हुआ है। अब प्रदेश में कितना चावल उत्पादन होगा, जितना हम लोग खरीदी का लक्ष्य रखे हैं। 20 क्विंटल में उसके बाद भी पूर्ति हो पाएगी या नहीं ये हम कह नहीं सकते लेकिन अंतरराष्ट्रीय हालात के दबाव के चलते ये फैसला लिया गया है।
बीजेपी के 9 सांसदों को नहीं मिलेगा दोबारा मौका – CM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छत्तीसगढ़ के सांसदों और नेताओं से हुई बैठक को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 11 सीटों में बीजेपी के 9 सांसद हैं और अब अपनी लोकसभा में उनको दोबारा मौका नहीं मिलेगा इसलिए बुलाकर बिठाकर चाय पिला दिए हैं।
नेताम के इस्तीफे को लेकर कहा बहुत देर कर दी, वे भाजपा की तरफ से खेल रहे हैं
पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरविन्द नेताम के इस्तीफे को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि इस्तीफा देने में उन्होंने बहुत देर कर दी। पार्टी के खिलाफ काम करते हुए उन्होंने भानुप्रतापुर उपचुनाव में कैंडिडेट खड़ा कर चुके हैं, जिसके बाद वे अपने आप निष्कासित हो जाते हैं। इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है। इससे पहले भी वे पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। वे भाजपा की तरफ से खेल रहे हैं, ये उनको भी मालूम है,उनकी बैठक भी लगातार हो रही है। उनकी गतिविधि उसी तरह से रही है लेकिन वरिष्ठता को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने उनका निष्कासन नहीं किया लेकिन कितनी बार वे दल बदल चुके हैं। अगर पहले निकाल दिए होते तो हो सकता था अब तक एक और दल बदलने की स्थिति आ जाती।
चुनाव के समय साम्प्रदायिक दंगों से अलर्ट
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ये अनुभव नहीं था लेकिन भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार जिस तरह से हरियाणा में और मणिपुर में जो नफरत की राजनीति कर रही हैं। लोगों के दिमाग में लगातार आक्रोश भर रहे हैं। जवान ने जिस तरह से अपने अधिकारियों और उसके बाद 3 और लोगों को मार दिया ये एक या दो दिन की प्रक्रिया नहीं है।
लगातार नफरत का जहर आप लोगों के दिलों दिमाग में डालने का काम कर रहे हैं तो 1 दिन ऐसी स्थिति आती है कि हालात आपके संभालने से नहीं संभलता। इसलिए राहुल गांधी ने कहा कि पूरे देश में केरोसिन छिड़का जा चुका है सिर्फ एक माचिस लगाने की जरूरत है और जो बात उन्होंने कही थी आज वह सच साबित होते हुए दिख रही है। हरियाणा में जहां कभी दंगे नहीं हुए वहां दंगे हुए।