दुर्ग पुलिस ने बीआईटी दुर्ग के इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के साथ मिलकर एक चेहरे की पहचान करने वाला सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इस सॉफ्टवेयर के बाद से दुर्ग पुलिस और स्मार्ट हो गई है। Facial Recognition Software में दुर्ग पुलिस सभी अपराधियों का फेस डेटा रखेगी। इसके बाद किसी भी संदेही का फोटो खींचकर डालते ही सॉफ्टवेयर उसके अपराध की कुंडली चंद सेकंड में बता देगा।
दुर्ग एसपी शलभ कुमार सिन्हा ने भास्कर से विशेष बातचीत में बताया कि बीआईटी के पांच इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स ने मिलकर राज्य में पहली बार इस तरह का Software तैयार किया है। Software बनाने वाले स्टूडेंट्स विपिन गौतम, शुभम भगत, प्रथम साहू, यशवर्धन सिंह और राजकुमार सिंह ने बताया कि वो कंप्यूटर साइंस फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स हैं। उन्होंने दुर्ग पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा को अपने सॉफ्टवेयर के बारे में बताया था। उन्हें ये काफी पसंद आया। इसके बाद दुर्ग पुलिस ने उन्हें अपना CCTNS का नेटवर्क दिया और उन्होंने उसके आधार पर ये सॉफ्टवेयर बनाया।