Home छत्तीसगढ़ टी एस बाबा के समर्थन में प्रदेश युवक कांग्रेस ने दिल्ली दरबार...

टी एस बाबा के समर्थन में प्रदेश युवक कांग्रेस ने दिल्ली दरबार तक पहुँचाई अपनी आवाज,,, क्या छत्तीसगढ़ में होगा बदलाव??

0

दिल्ली में बाबा के लिए लग रहे नारो ने बढ़ा दी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के ही लोगो की बेचैनी, प्रदेश युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली दरबार तक पहुचाई अपनी आवाज

छत्तीसगढ़ कांग्रेस की अंदरूनी कलह दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय तक पहुंच ही गई। बीते गुरुवार को संसद घेराव के कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के युवा कार्यकर्ताओं ने दिल्ली की सड़कों पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के समर्थन में खूब नारेबाजी करते हुए देश की राजधानी की सड़कों को कुछ देर के लिए बाबामयी कर दिया। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता बहुत देर तक बाबा के लिए जिंदाबाद और छत्तीसगढ़ डोल रहा है बाबा बाबा बोल रहा है जैसे नारों से दिल्ली में बैठे शीर्ष नेतृत्व को एक अलग ही संदेश दे रहे थे।

ऐसा बताया जा रहा है कि युवा कांग्रेस के इस प्रदर्शन के लिए अलग-अलग समूह में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता दिल्ली कूच किए थे। इन समूहों में छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के अध्यक्ष कोको पाढ़ी के साथ करीब 1100 लोगों ने अपनी सहभागिता निभाई। निखिल द्विवेदी और आदित्येश्वर शरण सिंह देव जिन्हें आदि बाबा के नाम से जाना जाता है और टी एस सिंह देव के ये भतीजे भी है उनके नेतृत्व में भी कार्यकर्ता अलग-अलग माध्यमों से दिल्ली पहुंचे हुए थे।बाबा समर्थक अपनी तैयारी के साथ ही गए थे।दिल्ली दरबार तक अपनी सोच को बताने में सफल भी रहे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदर्शन की जब शुरुआत हुई तो छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस की तरफ से पहुंचे कार्यकर्ताओं ने टीएस सिंह देव के समर्थन में जोरो शोरो से नारेबाजी शुरू कर दी और इस नारेबाजी का समय काफी लंबा भी रहा। इसके बाद युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपनी गिरफ्तारी दे दी।प्रदर्शन में नारेबाजी की गूंज से राजधानी रायपुर में कांग्रेस दिग्गजों के कान खड़े होने के साथ सियासत में आई गर्मी की वजह से वे पसीने से तर बतर भी है।

बृहस्पत कांड के बाद नही मान रहे बाबा समर्थक

बीते कुछ दिनों पहले जिस प्रकार से कांग्रेस के विधायक बृहस्पति सिंह ने कमजोर स्क्रिप्ट ला कर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया था उसके बाद से ही टीएस सिंह देव की छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ नाराजगी की खबरें सुर्खियां बटोर रही है वही सदन में जिस प्रकार से उन्होंने भावुक होकर अपने व्यवहार का प्रमाण दिया उसके बाद से उनकी छत्तीसगढ़ कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के प्रति नाराजगी को झुटलाया नही जा सकता है।

वहीं इस विवाद के बाद से ही बाबा के समर्थक लगातार बाबा के लिए सीएम पद का की मांग कर रहे है। इन आरोप प्रत्यारोप की वजह से 26 से 28 जुलाई तक विधानसभा का पूरा कामकाज बाधित भी रहा। अंततः बृहस्पत सिंह ने अपने कमजोर स्क्रिप्ट पर अंदरूनी दुख जताते हुए ऊपर ऊपर से अपने विवादित बयान के लिए माफी मांगी थी। मगर इस विवाद ने बाबा समर्थकों के दिल मे जल रहे आग को हवा दे दी जिसकी वजह से अब सियासत की गर्माहट छत्तीसगढ़ कांग्रेस में चरम पर है।बाबा के समर्थकों ने दिल्ली दरबार तक अपनी मानसिकता को व्यक्त भी कर दिया है।इस घटना ने कही न कही भूपेश बघेल को चिंता में तो डाल ही दिया है।

बाबा के दबदबे वाले सरगुजा संभाग के लगभग सभी जिलों से युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों ने विधायक बृहस्पत सिंह पर पार्टी हाईकमान से कार्यवाही की मांग की थी। 26 जुलाई को पदाधिकारियों ने अलग-अलग बैठक करके निंदा प्रस्ताव पारित किए और कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भेजकर विधायक पर कार्यवाही करने की मांग भी की थी।पर अभी तक केन्द्रीय नेतृत्व ने इस मामले पर कुछ किया नही है.आगे कांग्रेस पार्टी में क्या उठापटक होगी यह देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा।

कौन है आदित्येश्वर शरण सिंहदेव… और फिलहाल टी एस बाबा कहा है???

स्वास्थ मंत्री टीएस सिंह देव के छोटे भाई के बेटे आदित्येश्वर शरण सिंहदेव भोपाल में अपना सब कुछ छोड़ कर सरगुजा की धरती में बड़े पिता टीएस सिंहदेव के साथ राजनीति के दांव पेच सीख रहे है। वही वर्तमान में यह सरगुजा के जिला पंचायत सदस्य भी हैं। ऐसा कहा जाता है कि आगामी समय में सरगुजा संभाग से कांग्रेस का नेतृत्व ‘आदि’ कर सकते हैं। इन्हें आदि बाबा के नाम से भी जाना जाता है।

वही बात करें मंत्री टीएस सिंह देव की तो वह बीते रविवार को कोलकाता होते हुए त्रिपुरा की यात्रा पर गए थे वहां कांग्रेस की अंदरूनी बैठकों और मुलाकातों के बाद बीते मंगलवार को वापस दिल्ली आ गए है। ऐसा बताया जा रहा है कि दिल्ली में उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है और इसी बीच सरगुजा के समर्थकों का दिल्ली में पहुंचकर के प्रदर्शन करना एक प्रकार से प्रायोजित कार्यक्रम प्रतीत हो रहा है। अब देखना ये होगा कि इन सब का लाभ बाबा को मिलता भी है या नहीं।क्या छत्तीसगढ़ की सत्ता की कुर्सी में टी एस सिंहदेव विराजित हो पाएंगे???