Home छत्तीसगढ़ *छत्तीसगढ़ की राजनीति में क्या फिर आ सकता है बड़ा भूचाल…*

*छत्तीसगढ़ की राजनीति में क्या फिर आ सकता है बड़ा भूचाल…*

0

छत्तीसगढ़ की राजनीति में फिर आ सकता है भूचाल…*

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के दिल्ली दौरे से प्रदेश में फिर शुरू हुई चर्चा……

छत्तीसगढ़ उजाला रायपुर

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव और छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत इन दिनों दिल्ली दौरे पर है। वैसे तो कांग्रेस के ये दोनों दिग्गज नेता दिल्ली गए हुए हैं मगर छत्तीसगढ़ के सियासी गलियारों में इनके दिल्ली दौरे को लेकर के कोहराम मचा हुआ है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री व कांग्रेस के त्रिपुरा प्रभारी टीएस सिंह देव आज शाम पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा की दो दिवसीय यात्रा पर भी रवाना हुए है।

यह एआईसीसी के निर्देश पर त्रिपुरा में कांग्रेस पर छाए घने बादलों की जानकारी लेकर आगामी मंगलवार को वापस दिल्ली लौटेंगे। इस दौरान वे पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से भी मुलाकात कर सकते है।

ऐसा बताया जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत भी बीते सोमवार को दिल्ली पहुंच चुके है। हालांकि इस दौरे को पारिवारिक जरूर बताया जा रहा है मगर इन दोनों का एक साथ दिल्ली जाना दूसरी ओर इशारा करता है।

कोरबा की सांसद और चरणदास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत इस समय दिल्ली में ही है। विधानसभा के मानसून सत्र की वजह से चरणदास महंत दिल्ली नहीं जा पाए थे अब सत्र खत्म जैसे ही हुआ वह दिल्ली चले गए, उनकी दिल्ली दौरे को लेकर के ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं उनका भी अभी ही राजधानी जाना जरूर किसी बड़े बदलाव को लेकर आने का संकेत है।

एक तरफ राज्य में सीएम बदलाव के बयार दूसरी तरफ दोनों सीएम के प्रबल दावेदार

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता को ढाई वर्ष पूरे होने के बाद से लगातार सीएम बदलाव की बातें खूब सुर्खियां बटोर रही है तो वहीं दूसरी ओर इन दोनों नेताओं का दिल्ली दौरा सियासी गलियारों में एक अलग ही प्रकार की खलबली तेज कर रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि यह दोनों सीएम पद के प्रबल दावेदार हैं और परिस्थितियां सीएम बदलाव की चल रही है।

हालांकि जिस प्रकार से बृहस्पति सिंह ने टीएस सिंह देव के ऊपर ऐसे आरोप लगाए थे और इसे लेकर के सरगुजा महाराजा टीएस सिंह देव नाराज भी हुए ऐसे में परिस्थितियां कहीं ना कहीं के बाबा के सीएम बनने में विघ्न डाल रही है। मगर बात करें चरणदास महंत की तो उनके ऊपर अभी तक किसी भी प्रकार का कोई टिकरा नहीं फोड़ा गया है अब ऐसे में यह देखना बड़ा रोमांच भरा होगा कि आखिरकार ये दिल्ली दौरा छत्तीसगढ़ कांग्रेस के इन दोनों कद्दावर नेताओं के लिए कितना फ्रूटफुल होता है।

हालांकि इन दिनों “बाबा” है विचित्र मोड़ पर

जिस प्रकार से कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह जो पहले कभी अजीत जोगी के भक्त हुआ करते थे वह सीएम भूपेश बघेल के दरबार में खुद को साष्टांग समर्पित करते हुए उन्हें अगले 25 वर्षों का सीएम बना चुके हैं और इन सब के बीच जिस प्रकार से उन्होंने टीएस सिंह देव पर आरोप लगा दिए थे उसके बाद से यह इस बात को झूठलाया नहीं जा सकता है कि इन दिनों सिंहदेव राजनीति के विचित्र मोड़ पर खड़े है। हालांकि सिंह देव को जो भी जानता है उसे साफ तौर पर यह पता है कि वे अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि तथा आचार-विचार की वजह से शायद ही कभी बृहस्पति जैसे विधायक के बारे में सोचा करते होंगे, ऐसे में हमला करवाना या जान लेने की साजिश जैसी कोई बात तो बहुत दूर की है।

राजे रजवाड़ों का दौर जरूर बीत गया है मगर सरगुजा राजघराने की अघोषित बादशाहत आज भी छत्तीसगढ़ राज्य में स्तंभ की तरह खड़ी है। बाबा के साथ विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनते समय सीनियर लेवल पर जो कुछ भी हुआ उससे छत्तीसगढ़ की जनता भलीभांति परिचित है और कांग्रेस सरकार से रुष्ट भी है। लाख कोशिशों के बावजूद सिंहदेव को मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया गया। जिस प्रकार से लगातार टीएस सिंह देव के शांतिप्रिय तरीको से उनके मंत्रालय के कार्यों में लगातार बाधाओं का दौर चल रहा है ऐसे में आगे कुछ भी होने की संभावना तेज हो गई है। अब यह देखना अहम होगा कि बदलाव का बयार पॉलिटिकल त्यौहार के रूप में कौन मनाता है।वैसे भी प्रदेश की वर्तमान राजनीति में बवाल तो मचा हुआ है।पंजाब व राजस्थान की तरह छत्तीसगढ़ में उठापटक जारी है।आगे क्या होगा यह देखना बाकी है।