राजनांदगाँव// लगता हैं जाते जाते काँग्रेस कि भुपेश सरकार को लग रहा हैं कि कुछ अपने परिवार का हित कर लिया जाएँ. पुर्व पार्षद जिला भाजपा मंत्री आभा तिवारी ने भुपेश सरकार के नियत पर सवाल उठाते हुये कहा कि मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के रिश्तेदारों की मदद की जा रही हैं. यहां ईके सवाल खड़ा होता है कि चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों और अभिभावकों के एक समूह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की ऐसा समाचार में आया.यदि युवा वर्ग आपसे इतना खुश है तो कुछ ही वर्ग के युवा साथी क्यों गये ? देश में कुछ ही युवा साथी नहीं है,यहां लाखों की संख्या में हमारे युवा साथी हैं कम से कम आपको धन्यवाद देने 50 युवा वर्ग तो आ ही सकते थे. मगर क्यों नहीं आये क्या आप जानते हैं?आभा तिवारी ने कहा कि सब को पता है युवा को प्रोत्साहित करने के आड़ में रिश्तेदारों को खुश किया जा रहा है.आपकी सोच में केवल एक ही मेडिकल कॉलेज क्यों ? हमारे लाखों युवा साथी बेरोजगार हैं. इंजीनियरिंग पढ़े हैं कुछ पढ़ने वाले हैं उन्हें कोई सुविधा नहीं। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऐसे कोई पहल नहीं बल्कि मनरेगा का काम आप मशीन से करा रहे हैं। मनरेगा में काम करने वालो का भी रोजी-रोटी छीन रहे हैं। शिक्षा कर्मी पुलिस भर्ती का अता पता नहीं रोजगार के बदले युवाओं को लाठियां मिल रही हैं. युवाओं को गुमराह करने के लिए सरकार सिर्फ और सिर्फ कोरे भाषण दे रही है. देर रात तक प्रदर्शन करने वाले 10 बेरोजगार शिक्षकों की तबीयत बिगड़ गई है। बीमार पड़ने वालों में बिलासपुर, अम्बिकापुर और बलौदाबाजार इलाके के शिक्षक शामिल हैं। धूप में शिक्षकों ने नारे लगाए ताकि सरकार के कानों तक इनकी बात पहुंचे, भूखे पेट दिन भर सड़क पर बैठे रहे, जिला प्रशासन और पुलिस के अफसरों से बहस होती रही। रात के वक्त बारिश हुई तो भी ये बूढ़ापारा इलाके के धरना स्थल पर जमे रहे। मगर इनकी मांग अब तक पूरी नहीं हुई है। ये सभी चाहते हैं कि इन्हें नियुक्ति दी जाए। प्रदर्शन करने वाले ये युवा साल 2019 में शुरू हुई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के सलेक्टेड कैंडिडेट हैं, जिन्हें अब तक ज्वाइनिंग लैटर नहीं मिला आभा तिवारी ने युवा जोश से कहा ये हाल है कि छत्तीसगढ़ में बीएससी नर्सिंग की परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं हैं। बता दें कि पिछले दो साल से नर्सिंग छात्रों की परीक्षाएं आयोजित नहीं की गई थी, जिसको लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किया था। वहीं, छात्रों के प्रदर्शन के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई थी।छत्तीसगढ़ के युवाओं पर ध्यान दीजिए. प्रदेश में न नई नौकरियां निकल रही हैं, न रुकी हुई भर्तियों की ज्वाइनिंग हो रही है, न बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है, बल्कि आवाज उठाने पर डंडे और बलवा का केस जरूर दर्ज किया जा रहा है.रोजगार के बदले युवाओं को लाठियां मिल रही हैं. युवाओं को गुमराह करने के लिए सरकार सिर्फ और सिर्फ कोरे भाषण दे रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास के बाहर धमतरी के रहने वाले युवक हरदेव ने बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्मदाह की कोशिश की, हरदेव सिन्हा सीएम हाउस पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलना चाहता था लेकिन मुलाकात नहीं होने के कारण परेशान युवक ने खुद को आग के हवाले कर दिया. इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि प्रदेश की हालत यह हो गई है कि कांग्रेस साइकिल में घूम कर प्रदर्शन कर रही है और युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं. आपको याद होगा पुर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी युवा बजट पेश की और यह देश का पहला राज्य बना छत्तीसगढ़ युवा बजट में युवाओं के कौशल विकास और रोजगार के अवसर बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया है। उस समय रहे मुख्यमंत्री डॉ . रमण सिंह ने युवा बजट पेश करते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य है कि प्रदेश की आधे से अधिक आबादी युवा है। और वही वर्तमान मुख्यमंत्री भुपेश बघेल अपने परिवार और आँका को खुश रखना अपना सौभाग्य मानते है.