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मां भारती के सपूत डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस आज कवर्धा के सहसपुर लोहारा मंडल में मनाया गया: श्यामा प्रसाद मुखर्जी का व्यक्तित्व राष्ट्रीय चितन, उच्च विचारों व मानवीय मूल्यों से परिपूर्ण था:जसविंदर बग्गा

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सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के जिन आदर्शों पे भारतीय जनता पार्टी चलती है,ऐसे मां भारती के सपूत डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस आज कवर्धा के सहसपुर लोहारा मंडल में मनाया गया.इस अवसर पर कार्यक्रम के प्रभारी के रूप में ग्राम सारी पहुंचे भाजपा जिला उपाध्यक्ष जसविंदर बग्गा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी सच्चे अर्थों में युग पुरुष थे और उनका व्यक्तित्व राष्ट्रीय चितन, उच्च विचारों व मानवीय मूल्यों से परिपूर्ण था। उनके दिखाए मार्ग पर भारतीय जनता पार्टी आज आगे बढ़ रही है। ऐसी शख्सियत को अपना आदर्श मानते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंत्योदय की भावना से कार्य कर रहे है। आदर्शों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि सबसे जरूरी है कि हम हमारी राष्ट्रीय पहचान के बारे में सोचे जिसके बिना आजादी का अर्थ ही नहीं होता। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता तभी सार्थक होती है अगर वो हमारी संस्कृति की अभिव्यक्ति का साधन बन जाए। इन्हीं उद्देश्यों को मद्देनजर रखते हुए भारत देश के विकासात्मक रूप से आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री द्वारा महापुरुषों के सपने को साकार किया जा रहा है।


श्यामाप्रसाद मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए श्री बग्गा ने कहा कि भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आज पुण्यतिथि है। 23 जून 1953 को जम्मू कश्मीर की एक जेल में उनकी मौत हो गयी थी। 33 वर्ष की आयु में, श्यामा प्रसाद मुखर्जी 1934 में कलकत्ता विश्वविद्यालय के सबसे कम उम्र के कुलपति बने थे। साल 1947 में उन्होंने लॉर्ड माउंट बेटन को चिट्ठी लिखकर बंगाल बंटवारे की मांग की थी।

साल 1947 में पंडित नेहरू के नेतृत्व में बनी पहली कैबिनेट में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को मंत्री बनाया गया था। लेकिन बाद में जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर उन्होंने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। मुखर्जी  “एक राष्ट्र, एक विधान, एक निशान” का नारा देते हुए साल 1953 में बिना परमिट के जम्मू कश्मीर पहुंचे थे। जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तारी के 40 दिनों बाद जेल में ही उनकी मौत हो गयी थी। उनकी मौत पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सवाल खड़ा किया था और इसके लिए सरकार को जिम्मेदार बताया था।


संगोष्ठी कार्यक्रम से पहले पार्टी के निर्देश पर मंडल में पौधरोपण किया गया एवम बूथ स्तर तक इन कार्यक्रमों की रूपरेखा भी बनाई गई.इस कार्यक्रम में रामचरण साहू, राम कृष्ण साहू, फिरत पटेल, सोहन शिवोपाशक,योगेश साहू, सागर साहू, हुमलाल पटेल सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे.