दिल्ली में केन्द्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर बैठकों का दौर जारी है।इस विषय पर अब तक माननीय प्रधानमंत्री मोदी करीब चार बार बैठक भी कर चुके है।देश के कुछ राज्यो में आगामी विधानसभा चुनाव होने है।इस मामले की गर्माहट दिल्ली के साथ ही कई राज्यो में भी दिख रही है।मोदी सरकार में बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल का अब विस्तार होना लगभग तय है।मंत्रिमंडल में कई विभाग को पूर्व के ही मंत्री ही सम्हाल रहे है।एनडीए से कई पार्टी जैसे अकाली दल शिवसेना भी अलग हो चुके है जिसकी वजह से उनके विभागों को भी पूर्व के मंत्रियों को अतिरिक्त विभाग की जिम्मेदारी दी गयी थी।पर इस माह के अंत तक मंत्रिमंडल विस्तार लगभग होना ही है।
इस विस्तार में कई राज्य से नेताओ को शामिल करने की चर्चा हो रही है।छत्तीसगढ़ के साथ ही महाराष्ट्र,असम उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश,राजस्थान, दिल्ली,बिहार व उड़ीसा से भी कुछ लोगो का नाम लगभग तय है।महाराष्ट्र से पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस, राजस्थान से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, मध्यप्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही एक और नाम भी हो सकता है।असम से पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल,दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी,बिहार से जदयू के दो लोगो में लल्लन सिंह व संतोष कुशवाहा और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
वही मोदी मंत्रिमंडल में अभी छत्तीसगढ़ से केवल एक ही मंत्री है।इसलिए इस राज्य से एक नाम आगामी मंत्रिमंडल में आना भी तय है।वैसे भी छत्तीसगढ़ में अभी कांग्रेस की सत्ता है।कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए भी ऐसा करना पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के लिए जरूरी भी है।वर्तमान सांसदों में किसका चयन करें, इसको लेकर काफी समय से छत्तीसगढ़ में भी काफी गहमागहमी बनी हुई है।आगामी मोदी सरकार के विस्तार में छत्तीसगढ़ से सुश्री सरोज पांडेय,रामविचार नेताम,विजय बघेल, सन्तोष पांडेय के साथ ही अरुण साव के नाम की काफी चर्चा थी।पर सही मापदंड को लेकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व इन नामो में फैसला नही कर सके है।इन सभी नामो पर एक राय नही बन सकी।इन सबके अलावा पार्टी में पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह के नाम की भी चर्चा चल रही है।डॉ रमन पूर्व में भी केंद्रीय सरकार में मंत्री रह चुके है।उनको बहुत अच्छा अनुभव भी है।छत्तीसगढ़ में बड़े नेताओं में डॉ रमन सिंह एक बड़ा चेहरा भी है।जनता के बीच आज भी इनका काफी नाम व सम्मान है।पार्टी आगामी चुनाव को देखकर ही इस मंत्रिमंडल का विस्तार करना चाहती है।
केंद्र की योजनाओं को छत्तीसगढ़ की वर्तमान कांग्रेस सरकार बदलकर नए नाम से चला रही है।केंद्र की योजनाओ का सही निर्वहन प्रदेश की कांग्रेस सरकार के द्वारा नही किया जा रहा है।केंद्रीय सरकार में छत्तीसगढ़ से डॉ रमन को शामिल करने से प्रदेश में काफी कुछ बदलाव भी दिखेगा।पार्टी नेतृत्व को भी ऐसा लगता है कि प्रदेश में कार्यकर्ताओं को अपनी सरकार का भी आभास कराना बहुत जरूरी है।
सूत्रों के अनुसार मोदी मंत्रिमंडल में छत्तीसगढ़ से भी एक नाम तय है,इसी वजह से आज डॉ रमन को दिल्ली बुलाया गया है।इस नाम में पार्टी के सभी नेताओं की हामी भी है।डॉ रमन सिंह पंद्रह वर्ष तक मुख्यमंत्री भी रहे है साथ ही अटल जी की सरकार में भी केंद्र में मंत्री रह चुके है।उनके अनुभव का मोदी सरकार को फायदा भी होगा।वैसे भी प्रदेश की भूपेश सरकार के खिलाफ में डॉ रमन बडी दमदारी से बोलते आये है।पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के पास डॉ रमन सिंह से अच्छा नाम और कोई हो भी नही सकता।
संपादक अनिल मिश्रा की कलम से✍️