रायपुर। प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह उठाते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि छतीसगढ़ सरकार कोरोना प्रबंधन के नाम पर विभिन्न माध्यमों से हजारों करोड़ की वसूली कर चुकी है लेकिन ये हजारों करोड़ किस तिजोरी में बंद है,ये मुख्यमंन्त्री भूपेश बघेल के अलावा और कोई नहीं जानता…आखिर भूपेश सरकार जनता को बताने में “डर” क्यों रही है? क्या ये पैसे छत्तीसगढ़ के खजाने से गायब हैं..??भूपेश सहित पूरी कांग्रेस को PM Cares के पैसे का हिसाब चाहिए था, इनकी मांग पर केंद्र सरकार तो पूरे खर्च का ब्यौरा सार्वजनिक कर दिया था। फिर आज हिसाब मांगने वाले अपना हिसाब देने से घबरा क्यों रहे..??
अब आतें है वैक्सिनेशन पर…भूपेश जी पहले अपनी राजनीतिक तृष्णा की संतुष्टि के लिए लाखों वेक्सीन डोज बर्बाद कर दिए, जब जनता मरने लगी तब मजबूरन ये टीकाकरण के लिए बाध्य हुए…केंद्र-सरकार छत्तीसगढ़ को 50% टीके मुफ्त दे रही,लेकिन बाकी के 50% इनसे खरीदे नहीं जा रहे…टीकाकरण पर छत्तीसगढ़ सरकार की केवल बहानेबाजी और राजनीति चालू है…इनके इस रुख से जनता त्रासदी झेलने को मजबूर है..!भूपेश-सरकार आज ये तक बताने की स्थिति में नहीं है कि उसने अबतक कितनी वेक्सीन का ऑर्डर दिया है…और फार्मा कंपनी को कितना एडवांस दिया है…छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है…वेक्सीन ऑर्डर और एडवांस भुगतान के कागज़ सार्वजनिक किए जाएं..!पर उपदेश कुशल बहुतेरे,और जब अपने पे आये तो मुँह में दही जमा के बैठ जा रे..जनता को जवाब चाहिए… सत्य बताओ भपेश..!!