रायपुर: कोरोना महामारी में जिस भी सिख परिवार का सहारा छिन गया हो, परिवार में कोई कमाने वाला नहीं हो और बच्चे छोटे हों, उनके खर्च का कोई साधन न हो। ऐसे परिवार के भरण पोषण, बच्चों की शिक्षा, आवास योजना और परिवार को आत्म निर्भर बनाने के लिए योगदान देने की जिम्मेदारी सिख समाज छत्तीसगढ़ ने उठाई है।
छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष व सिख समाज छत्तीसगढ़ के संयोजक सरदार महेन्द्र सिंह छाबड़ा एवं गुरुद्वारा स्टेशन रोड के कार्यकारी अध्यक्ष सरदार सुरेन्द्र सिह छाबड़ा ने बताया कि श्री गुरु तेग बहादुर साहेब का 400 वां प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है।
इस मौके पर ऐसे सिख परिवारों के पालन पोषण का बीड़ा उठाया है, जिसके परिवार में कोरोना महामारी के प्रकोप से कमाने वाला सदस्य न रहा हो। प्रति माह अधिकृत राशन दुकानों से जीवन यापन योग्य राशन दिलाया जाएगा।
11 सदस्यीय समिति बनाई
इस राशन योजना का लाभ वास्तव में जरूरतमंदों को मिले, इसके लिए 11 सदस्यीय समिति बनाई गई है। जिसमें भजन सिह होरा,त्रिलोचन सिह काले, रिपुदमन सिह पुसरी,रनजोत सिह रंधावा, हरकिशन सिह राजपूत,हरजीत सिंह रंधावा, दिलीप सिंह छाबड़ा, जसबीर सिंह चावला हरजीत सिंह छाबड़ा, परमजीत सिंह होरा,संतोख सिह सलूजा शामिल हैं।
नाम गुप्त रखेंगे
इन सभी योजनाओं का लाभ लेने वाले परिवारों का नाम भी गुप्त रखा जाएगा। उसी तरह कोरोना के प्रकोप से जिन परिवारों का सहारा छिन गया है, उन परिवारों के बच्चों के सरकारी स्कूल की पढ़ाई का खर्च भी सिख समाज छत्तीसगढ़ उठाएगा। ऐसे पीड़ित परिवार जिनके पास स्वयं का मकान नहीं है। उनके लिए आवास की व्यवस्था का भी पुरजोर प्रयास किया जाएगा।
चौथी और अंतिम आत्मनिर्भर योजना के अंर्तगत रोजी-रोटी की समस्या से जूझ रहे परिवार के सदस्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। साथ ही शासकीय योजनाओं के लाभ के अलावा छोटे-छोटे गृह उद्योग के लिए ऋण उपलब्ध करवाने में भी सहयाेग करेंगे।