बिलासपुर, 18 अप्रैल 2021। होम आइसोलेशन में रहते हुए चिकित्सक की सलाह का अक्षरशः पालन करते हुए मीडिया संस्थान से जुड़े हुए फ्रंट लाइन वर्कर श्री जितेन्द्र थवाईत ने कोरोना के विरुद्ध जंग जीत ली है।
श्री थवाईत ने बताया कि होली पर्व के दौरान उन्हें बुखार आया, पहले उन्होंने सोचा कि यह वायरल बुखार है। बुखार नहीं उतरने पर एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट कराया। एंटीजन का टेस्ट निगेटिव था फिर भी लक्षण को पहचानते हुए तुरंत चिकित्सक से सलाह लेकर होम आइसोलेशन में चले गये और एंटी बायोटिक, एंटी फंगल व विटामिन की गोलियां लेते रहे। एक हफ्ते में उनका बुखार नियंत्रित हो गया। इस बीच उनकी आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट भी आ गई जिसमें वे पॉजिटिव थे। श्री थवाइत ने बताया कि वे लगातार चिकित्सकों से सलाह लेते रहे। ऐलोपैथी डोज पूरा करने के बाद वे आयुर्वेदिक व घरेलू उपचार भी लेते रहे। अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनके परिजनों को भी संक्रमण हो गया था किन्तु लक्षण को पहचान कर तत्काल उपचार लिया और वे भी होम आइसोलेशन में रहते हुए स्वस्थ हो गये हैं।
श्री थवाइत का कहना है कि कोरोना से बिल्कुल से न घबरायें, लेकिन इसे गंभीरता से लेने और बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क लगाना और भीड़ वाली जगहों में जाने से बचने का हरसंभव प्रयास करना चाहिये। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित होने पर धैर्य से काम लेते हुए चिकित्सक के लगातार सम्पर्क में रहें तो व्यक्ति शीघ्र स्वस्थ हो सकता है।