न्यूज़ डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दूसरे दिन के दौरे में व्हाइट हाउस में अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की और दोनों देशों के रिश्तों की सराहना की। मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास जताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नेतृत्व में द्विपक्षीय संबंध नई ऊचांइयों पर पहुंचेंगे। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने दोनों राजनेताओं की मुलाकात के संबंध में बयान जारी कर कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस से पहली बार ये व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात की है. दोनों राजनेताओं ने हाल के वैश्विक और क्षेत्रीय विकास पर चर्चा की। कोविड और वैक्सीनेशन उनकी चर्चा का मुख्य हिस्सा रहा। श्रृंगला ने आगे कहा कि दोनों देशों ने भविष्य में स्पेस कोपरेशन, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, इमरजींग एंड क्रिटिकल टेक्नोलोजी, हेल्थ सेक्टर में साथ काम करने पर चर्चा की है।
इसके साथ ही विदेश सचिव ने कहा कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने सीमापार आतंकवाद को लेकर पीएम मोदी के साथ सहमति व्यक्त की है। भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है। वह ऐसे आतंकी समूहों के लिए पाकिस्तान के समर्थन की बारीकी से निगरानी करने की आवश्यकता पर भी सहमत हुईं. आतंकवाद पर कमला हैरिस ने पाकिस्तान की भूमिका का उल्लेख किया,उन्होंने कहा कि वहां आतंकी समूह काम कर रहे थे,उन्होंने इस संबंध में पाकिस्तान से कार्रवाई करने को कहा है ताकि ये समूह अमेरिकी सुरक्षा और भारत को प्रभावित न करें।
प्रधानमंत्री मोदी ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को भारत की यात्रा पर आमंत्रित किया है। पीएम मोदी ने कहा कि आपकी विजय यात्रा ऐतिहासिक है। भारत के लोग भी चाहेंगे कि भारत में आपकी इस ऐतिहासिक विजय यात्रा को सम्मानित करें, आपका स्वागत करें, इसलिए मैं आपको विशेष रूप से भारत आने का निमंत्रण देता हूं। साथ ही कमला हैरिस से कहा कि आप विश्व के कई लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। वहीं कमला हैरिस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाशिंगटन डीसी में स्वागत करना मेरे लिए बहुत बड़े गर्व की बात है। साथ ही कहा कि इतिहास गवाह है कि जब भी हम दोनों देश एक दूसरे के साथ खड़े हुए हैं, दोनों देशों ने खुद को ज्यादा सुरक्षित, मजबूत और समृद्ध समझा है। कमला हैरिस ने भारत को अमेरिका का ”बेहद अहम भागीदार” करार दिया। साथ ही नई दिल्ली की उस घोषणा का स्वागत किया, जिसमें भारत ने जल्द ही कोविड-19 टीके का निर्यात फिर से शुरू करने की बात कही है।