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एक महिला ने एक साथ दिया 4 बच्चों को जन्म , बच्चों को देखने उमड़ा गांव का हुज़ूम…

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न्यूज़ डेस्क: कुदरत और ईश्वरीय करिश्मा तो आपने देखा ही होगा, कभी ऐसा सुना है कि एक औरत ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया हो और वे सब सही सलामत हो?? जी हा ऐसे ही कुदरत का करिश्मा देखने को मिला उत्तरप्रदेश के सीतापुर के एक गाँव में जहाँ एक महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है,उन बच्चों की माँ और चारो बच्चे सही सलामत है। आज विज्ञान के युग में कुदरत के करिश्मे को झुठलाया जाता है लेकिन, कुदरत अक्सर ही विज्ञान से खुद को ऊपर साबित करने में कामयाब हो जाती है। कई बार डॉक्टर्स कुछ बीमारियों को लाइलाज़ बताते है, लेकिन कुदरत ऐसे कुछ कारनामे दिखाती है,जिनकी कल्पना विज्ञान भी नहीं कर सकता।

आज हम आपको ऐसे ही घटना के बारे में बता रहे है, जिसमे एक बार फिर कुदरत का करिश्मा देखने को मिला है। घटना सीतापुर उत्तरप्रदेश की है। यहाँ एक महिला गर्भवती थी ,जिसने दो दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है… जी हां दो दो जुड़वा यानी एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है, जिसमे 1 बेटा तथा 3 बेटियाँ है। इतना ही नहीं चारो बच्चे स्वस्थ्य बताये जा रहे है।

आपको हम पूरी जानकारी देते है रेउसा थाना, सीतापुर के रहने वाले मुन्नू लाल भार्गव के घर में एक साथ 4 बच्चों जन्म लिया है। मन्नू लाल की पत्नी मौसम देवी को बीती रात प्रसव पीड़ा हुई। घरवालों ने उसे अस्पताल ले जाने की सोची, लेकिन अचानक दर्द तेज हो जाने की वजह से प्रसव घर में ही करवानी पड़ी। घर पर प्रसव करने के दौरान मौसम देवी ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया। माता सहित सभी बच्चों को स्वस्थ्य देख सभी के होश उड़ गए।

प्रसव के बाद प्रसूता और पिता दोनों काफी खुश है। पिता के अनुसार बच्चें पूरी तरह से सुरक्षित है, और सभी की देखरेख में है। मौसम देवी की तबियत भी बिल्कुल ठीक है। प्रसव के बाद तुरंत डॉक्टर को बुलाया गया जहाँ डॉक्टर ने जच्चा और बच्चें को पूरी तरह से स्वस्थ्य और खतरे से बाहर बताया है। मन्नू लाल का कहना है कि एक साथ 3 लक्ष्मियों के साथ एक बेटे का बाप बन बहुत खुश हूँ। मेरे भाग्य खुल गए है, मेरे ऊपर ईश्वर की कृपा है।

4 बच्चों के पैदा होने की ख़बर गाँव में आग की तरह फ़ैल गयी। गाँव के लोग बच्चों को देखने आ रहे है। मन्नू लाल के घर के बाहर लोगों की हुजूम उमड़ पड़ी है। सब इसे कुदरत का करिश्मा मान रहे है। मन्नू लाल का कहना है कि घर में बच्चें पैदा होने के बाद डॉक्टरों की भीड़ कम, मीडिया और लोगों की भीड़ ज़्यादा लगी हुई है। सब इसे कुदरत का करिश्मा मान रहे है।