रायपुर : देश में दिन- ब-दिन बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है। बेरोजगारी की वजह से भिक्षावृत्ति भी तेजी से अपना पैर पसर रहा है। आये दिन आप सड़कों,बस स्टैंड,रेलवे स्टेशनों , मंदिरों और तमाम ऐसे सार्वजानिक स्थानों में आपको बच्चें और बड़े भीख मांगकर जीवन यापन करते दिख जायेंगे। जो देखने में आपके राज्य और देश की आर्थिक स्थिति को दर्शाता है ,कि उक्त राज्य या देश में बेरोजगारी कितनी है। इसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ कल्याण विभाग भिखारियों को ट्रैक कर उनको सही दिशा और दशा प्रदान करने के लिए पुलिस की मदद से इन भिखारियों का किया जा रहा रेस्क्यू।
राजधानी रायपुर में आज से इसकी शुरुवात हुई। भिखारियों को ढूंढकर उन्हें पुनर्वास केन्द्र में स्थापित कर उनकी वास्तविक स्थिति का पता लगाया जाएगा। राजधनी में लगातार बढ़ते भिखरियों की संख्यां को देखते हुए समाज कल्याण विभाग द्वारा यह अभियान चलाया जा रहा है। कई बार दूसरे राज्यों से भी भी लोग भिक्षावृत्ति के लिए राजधानी में आ जाते है , को भी ट्रैक किया जा रहा है। यदि वे भिक्षुक अपने राज्य वापस जाना चाहते है तो उन्हें वापस भेजने की व्यवस्था भी समाज कल्याण विभाग द्वारा की जाएगी। यदि भिक्षुकों की संख्या छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भी बढ़ती हुई नजर आती है ,तो उन जिलों में भी रेस्क्यू का काम किया जाएगा। फिलहाल इसकी शुरूआत आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से की गई है।