जशपुरनगर। राजा देवशरण जिला चिकित्सालय में सामग्री क्रय मामले में हुई करोड़ो की गड़बड़ी मामले में कलेक्टर ने सात कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबित होने वाले कर्मचारियों में लेखापाल, लिपिक और स्टोर कीपर शामिल हैं। कलेक्टर महादेव कावरे ने बताया कि मामले की जांच के लिए गठित कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार कार्रवाई की गई है। निलंबित होने वाले कर्मचारियों में हमीर अली, जोगी राम, सुरेश टोप्पो, संदीप दास, स्वाधीन साहू, तेज प्रताप और हरि प्रसाद शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि चिकित्सालय में बीते दो साल के दौरान सर्जिकल इंस्टूमेंट,कपड़े,स्टेशनरी और अस्पताल के रख रखाव में सिविल सर्जन ने लगभग 12 करोड़ रुपए खर्च किए। लेकिन सामग्री क्रय करने के लिये न तो भंडार क्रय नियमो का पालन किया गया और ना ही निर्माण कार्यो के लिए, इंजीनियर से वेल्युवेशन रिपोर्ट मांगी गई। यह मामला उस वक्त खुला जब, स्वास्थ्य विभाग के लेखापाल संदीप दास ने आरएमओ डा अनुरंजन टोप्पो की ओर से प्रस्तुत किए गए बिल पर आपत्ति लगा दी। इसके बाद,अस्पताल के कर्मचारियों के आपसी सिर फुटव्वल का मामला मीडिया से होते हुए जिला प्रशासन तक पहुचा। मामले के गम्भीरता को देखते हुए कलेक्टर महादेव कावरे ने जिपं सीईओ केएस मंडावी की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की। थी। जांच समिति ने रिपोर्ट में गड़बड़ी की तमाम शिकायतों को सही पाते हुए सिविल सर्जन डा एफ खाखा के साथ आरएमओ,तीन लेखापाल और भंडार प्रभारी सहित अन्य कर्मचारियों के विरूद्व कार्रवाई की अनुशंसा की थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर महादेव कावरे ने जिला चिकित्सालय की तात्कालिन सिविल सर्जन डा एफ खाखा के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की अनुशंसा,राज्य शासन से की थी। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने 17 जुलाई को एफ खाखा को निलंबित कर,अंबिकापुर अटैच कर दिया था। कलेक्टर कावरे ने बताया कि सभी निलंबित कर्मचारियों को निलंबन की अवधि में सीएमएचओ कार्यालय,जशपुर में अटैच किया गया है। उन्हें पात्रता के अनुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।
इस तरह की गई पूरी गड़बड़ी
जांच रिपोर्ट के मुताबिक दो साल में जिला चिकित्सालय में 57 लाख 14897 रूपए के कपड़े खरीदे गए। शासन के भंडार क्रय नियमों के अनुसार,कपड़ों की खरीदी हाथकरघा विकास एवं विपणन संघ मर्यादित और छग ग्रामोद्योग विभाग को नोडल एजेंसी बनाया है,लेकिन कपड़ों की खरीदी चिकित्सायल के अधिकारीयों ने कुमुद टेक्सटाइल्स खाद गम्हरिया और कुमुद वस्त्रालय गम्हरिया के नाम से किया गया। इसी प्रकार 65 लाख 87 हजार की मेडिकल सामग्री खरीदी,अस्पताल के विभिन्ना मरम्मत कार्यो के लिए 4 लाख से अधिक का भुगतान बिना मूल्याकंन के ठेकेदार को कर दिया गया। इसके साथ ही टायर,स्टेशनरी,सर्जिकल सामग्री,विद्युत सामग्री का लाखों की खरीदी बिना निविदा के ही की गई है।
वर्जन
मामले में गठित समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर कर्मचारियों के विरूद्व निलंबन की कार्रवाई की गई है। भ्रष्टाचार की शिकायत पर आगे भी कठोर कार्रवाई का सिलसिला जारी रहेगा।
– महादेव कावरे,कलेक्टर जशपुर