गौरेला पेंड्रा मरवाही (अभिषेक जयसवाल) –
छत्तीसगढ़ उजाला।
जीपीएम जिले के थाना पेण्ड्रा के पुलिस चौकी कोटमीकला क्षेत्र में हुए पम्प चोरियों के मामले में पुलिस ने 05 चोरों से 10 सबमर्सिबल पम्प कीमत 1,10,000 रुपये बरामद करने में सफलता प्राप्त की है।
पहले प्रकरण में प्रार्थी यदुनंदन सिंह आर्मो निवासी कोटमी के द्वारा पुलिस चौकी कोटमी में रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि किसके बाड़ी से दिनाँक 18-19/7/21 की दरम्यानी रात्रि कोई अज्ञात चोर हाफ एचपी मथुर कंपनी का सबमर्सिबल पंप को चोरी कर ले गया है। जिस ओर अपराध क्रमांक 179/21धारा 379 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया।
इसी प्रकार दूसरे प्रकरण में प्रार्थी भाव सिंह यादव निवासी देवरी खुर्द का चौकी कोटमी कला में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसकी बोर बाड़ी से दिनांक 7/7/21 के रात्रि में कोई अज्ञात चोर एक एच पी का सबमरसेबल पंप टोल टैक्स कंपनी को चोरी कर ले गया है। जिस ओर अपराध क्रमांक 180/21धारा 379 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया।
दोनों चोरी के प्रकरणो की जानकारी चौकी प्रभारी कोटमी कला के द्वारा *पुलिस अधीक्षक श्री त्रिलोक बंसल* को दी गई।
पुलिस अधीक्षक श्री बंसल के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस के निर्देशन में चौकी प्रभारी कोटमी कला के नेतृत्व में टीम बनाकर जांच हेतु निर्देशित किया गया।
चौकी प्रभारी कोटमी के द्वारा अपनी टीम के साथ मामलों की पतासाजी करने के दौरान मुखबीर सूचना पर से कि गांजन निवासी राजकुमार सेन्द्राम के द्वारा एक सबमर्सिबल पंप बिक्री की बात मोहल्ले में कर रहा था। जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपने अन्य 04 साथियों के साथ मिलकर कुल 10 पम्प चोरी करना स्वीकार किया।
जो कि आरोपीगणों 1 राजकुमार सिंह सेन्द्राम पिता विशंभर सिंह सेन्द्राम उम्र 21 साल निवासी गाजन, 2 भूपेंद्र सिंह पेंद्रो पिता गोविंद सिंह पेन्द्रों उम्र 22 साल निवासी गाजन 3 देव सिंह उइके पिता कुशल सिंह उम्र 22 साल ग्राम टंगियामार 4 छोटेलाल ओट्टी पिता हजारीलाल ओट्टी उम्र 22 साल ग्राम गांजन 5 सुरेंद्र पोट्टम पिता शिवबंधन सिंह उम्र 33 वर्ष ग्राम खमरिया थाना पसान के कब्जे से 10 सबमर्सिबल पम्प बरामद कर गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
चोरी के उक्त मामले में माल बरामदगी एवं आरोपी गिरफ्तारी में सराहनीय भूमिका चौकी प्रभारी उप निरीक्षक योगेश अग्रवाल, प्रधान आरक्षक नरेश गर्ग, आरक्षक शिव मरकाम, गोपाल ओट्टी, मैनेजर तंवर की रही।