अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी प्रक्रिया शुरू हो गई है। करीब दो दशक बाद अमेरिकी सेना ने बगराम एयर बेस (एयरफील्ड) छोड़ दिया, जो कभी तालिबान को उखाड़ फेंकने के लिए हुए युद्ध और अमेरिका पर 9/11 में हुए आतकंवादी हमले के जिम्मेदार अल-कायदा के साजिशकर्ताओं की धर-पकड़ के लिए सेना का केंद्र रहा था।
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि एयरफील्ड अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा एवं रक्षा बल को पूरी तरह से सौंप दिया गया है। अधिकारी ने कहा कि सभी गठबंधन सेना बगराम से दूर हैं। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि अमेरिकी और नाटो सैनिकों ने आखिरी बार कब काबुल से 50 किलोमीटर (30 मील) उत्तर में एयर बेस छोड़ा था।
अमेरिका द्वारा इस क्षेत्र को छोड़ने से स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि अफगानिस्तान में बचे आखिरी अमेरिकी सैनिक यहां से निकल चुके हैं या इसे छोड़कर जाने वाले हैं। राष्ट्रपति जो बाइडन के 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की पूरी तरह वापसी के लक्ष्य से कई दिन पहले इस काम को किया जा रहा है।
हालांकि, एक अधिकारी ने बताया कि बलों की रक्षा का अधिकार और क्षमताएं अभी भी अफगानिस्तान में अमेरिका के शीर्ष कमांडर जनरल ऑस्टिन एस मिलर के पास हैं। बता दें कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से सभी अमेरिकी सैनिक वापस लौट जाएंगे। बता दें कि इसी दिन अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में हुए आतंकी हमले को 20 साल हो जाएंगे।
अप्रैल में बाइडन की ओर से की गयी घोषणा के बाद से ही साफ हो गया था कि अमेरिका अपनी इस जंग को समाप्त कर रहा है तथा अमेरिकी सैनिकों तथा उसके नाटो सहयोगियों के करीब 7,000 जवान चार जुलाई के आसपास वापसी करेंगे। चार जुलाई को अमेरिका स्वतंत्रता दिवस मनाता है।