सतना पुलिस द्वारा इनामी डकैत अर्जुन सिंह उत्तर प्रदेश के बांदा में गैंगवार के दौरान मारा गया है जिसका शव बांदा के जंगल मे दफन है। यह पर्दाफाश गुरुवार को प्रेसवार्ता के दौरान सतना पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने किया। उन्होंने बताया कि इनामी डकैत अर्जुन सिंह के एक साथी राकेश सिंह को सतना पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार कर लाई है जिसने बताया कि गैंग के सदस्यों ने ही बीती जनवरी में उसे मार दिया है। आरोपित डकैत के साथी से पुलिस ने गैंगवार में प्रयुक्त की गई तीन बंदूकें जब्त की हैं।
वही बांदा पुलिस को भी सतना पुलिस ने जानकारी दी है जिसके बाद अर्जुन के शव की तलाश यूपी पुलिस कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूरे मामले में एसडीओपी चित्रकूट अभिनव चौकसे की टीम को सफलता मिली है। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र जैन व अन्य अधिकारी मौजूद रहे। आरोपित राकेश सिंह ने पुलिस के सामने पूरा राज उगल दिया है। इसके साथ ही गिरफ्तार आरोपित से एक 12 बोर सहित दो 315 बोर की बंदूकें और 12 बोर के 10 जिंदा कारतूस, 315 बोर के 1 जिंदा कारतूस व एक चेम्बर में फसा हुआ बरामद किया है।
हैदराबाद भाग गए थे आरोपित-
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 02 जनवरी 2021 को बरौंधा थाना पहुंचकर फूलमती मवासी पति छोटा मवासी निवासी मझगवाहार ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह अपनी लड़की रानी की शादी ग्राम पटनी पटना में की थी। चार साल पहले उसका पति खत्म हो गया था तो वहीं गांव में ही रहने वाले अर्जुन सिंह से उसकी बातचीत होने लगी थी। महिला ने पुलिस को बताया कि अक्टूबर के महीने में अर्जुन सिंह मेरी लड़की से शादी करके अपने गांव तेरा बी ले गया था वहां वह उसके साथ मारपीट करता था। 18 दिसम्बर को मेरी लड़की वहां से भागकर बाहर चली गई। इसी बात पर अर्जुन सिंह व उसके साथी 02 जनवरी 2021 को शाम 7.30 बजे उसके घर आकर गाली गलौज करके हत्या करने के प्रयास से घर के अंदर गोली चलाई। इसके बाद हल्ला मचने पर गांव के लोगो के आने से अर्जुन सिंह व उसके साथी जंगल की तरफ भाग गए थे।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने धारा 336, 452, 294, 506, 307, 34 ताहि 3 (1)द, 3 (1)ध,3(2)5 क एसटी एससी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया और जांच की जा रही थी तभी पता चला कि अर्जुन सिंह तीन चार लोगों की गैंग बनाकर जंगलों में घूम रहा है। लेकिन पता तलाश करने पर आरोपित अर्जुन का कोई पता नहीं चला। पुलिस अधीक्षक द्वारा आरोपित अर्जुन सिंह व उसकी गैंग की गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की गयी थी व विभिन्ना थानो से टीमे तैयार कर लगातार अर्जुन सिंह के विभिन्ना ठिकानों में संदिग्धों से पूछताछ की गई इस दौरान पता चला कि अर्जुन सिंह गैंग के राकेश सिंह उर्फ भइया निवासी देवली व कमलेश आरख हैदराबाद भाग गए।
पुलिस टीम आरोपितों की तलाश व पूछताछ के लिए हैदराबाद में मामले की जांच के लिए नोटिस जारी किया गया। जिसमे राकेश सिंह ने पूछताछ में बताया कि अर्जुन व उसके अन्य साथी पीड़िता के घर गए थे और जान से मारने के लिए फायरिंग की थी। पुलिस ने आरोपित राकेश को तुरंत गिरफ्तार कर लिया और अपराध में उपयोग की गई तीन बंदूक आरोपित के घर से जब्त की गई। पूछताछ में आरोपित द्वारा यह जानकारी दी गई की गैंग के रंजिश हो जाने के कारण उसके साथी कमलेश आरख के साथ योजना बनाकर अर्जुन सिंह परिहार की हत्या 23 जनवरी 2021 को कर दी गई और साक्ष्य छुपाने के लिए शव को उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में जंगल में दफना दी गई।
उप्र पुलिस को दी गई सूचना-
इनामी डकैत अर्जुन सिंह की गैंगवार में हत्या और शव बांदा जिले के जंगल में दफनाए जाने की जानकारी सतना पुलिस ने उप्र पुलिस को दी है। सतना पुलिस अधीक्षक ने बांदा पुलिस अधीक्षक को जंगल में शव दफनाने की जानकारी दी है जिसके बाद उत्तर प्रदेश में भी जांच और कार्रवाई की जा रही है। अर्जुन सिंह के ऊपर सतना सहित मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमाओं में स्थित पुलिस थानों में कई मामले दर्ज हैं। गैंगवार में हुई अर्जुन की हत्या से पुलिस ने भी राहत की सांस ली है।