जीपीएम : सामाजिक संस्था पहल ने विश्व रक्तदान दिवस रक्तदान के संकल्प के साथ मनाया।इस अवसर पर पहल के सदस्यों ने रक्तदान महादान की अभिव्यक्ति को जीवन मे उतारने का संकल्प लेते हुए लोगो को अधिक से अधिक रक्तदान करने का वचन दिया।
हमारे शरीर मे प्रवाहित होने वाले रक्त पर केवल हमारा अधिकार नही है।हम जितना दान करते है कुछ समय मे ही यह रक्त पुनः रिसाइकिल होकर हमारे शरीर मे बन जाता है।देश प्रदेश के साथ जीपीएम जिले में रक्तदान तेज़ करने की जरूरत हैं।
पहल अध्यक्ष नीरज जैन ने कहा कि आम आदमी के मन मे इस बात को लेकर कई दुविधाएं और भ्रांतियां रहती है कि रक्त निकलने से शरीर पर बुरा असर पड़ता है इसलिए लोग आज रक्तदान करने से कतराते है।उन्होंने कहा कि आम लोगो के मन से इस भय व आशंका को दूर करना होगा।वक्त का हर क्षण और रक्त का हर कण अमूल्य होता है।आइये इस विश्व रक्तदान दिवस पर हम सभी लोगो को अधिक से अधिक स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करे।रक्त दान एक स्वास्थ्यवर्धक प्रक्रिया है आपका एक छोटा सा प्रयास किसी परिवार को खुशियों से भर देगा।
डॉ मिंज ने कहा कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह 60-70 वर्ष का क्यो न हो अगर वह पूरी तरह से स्वस्थ है तो वह निश्चिंत होकर रक्तदान कर सकता है।17 वर्ष की उम्र से लेकर 70 वर्ष की उम्र तक का चाहे वो महिला हो या पुरुष तो सामान्य स्वस्थ रहते हुए बेझिझक रक्तदान कर सकता है।दिए गए रक्त का पुनर्निर्माण मात्र 3 दिनों में अक्सर 24 घंटे में ही कर लेता है।
इस अवसर पर संस्था की ओर से संतोष साहू,मुकेश दुबे,मुकेश जायसवाल, नागेन्द्र सिंह,विक्रांत सिंह,सुयश जैन,पीयूष चौधरी,आशीष गुप्ता,योगेंद्र मणि वर्मा,अमन पांडेय,हेमंत राव वाघे,अनुपम पांडेय,सुबीर चौधरी,महेंद्र कुशवाहा,आशुतोष गुप्ता,श्रीमती राखी सिंह गहलोत,श्रीमति शीतल शुक्ला, श्रीमती गायत्री सोनी,श्रीमती कंचन सोनवानी उपस्थित रहे।
रक्तदान के साथ प्लाज्मा दान के लिए सामाजिक संस्था पहल आने वाले कुछ दिनों में ही विशाल रूप में योजनबंद्ध तरीके से जनजागरूकता अभियान चलाएगी।
साथ ही पहल रक्तकोष सदस्यता अभियान भी जल्द प्रारंभ किया जाएगा।इसके अंतर्गत ऐसे सदस्य बनाये जाएंगे जो किसी भी वक्त जरूरतमंदों को अपना रक्त दान करने के लिए तत्पर रहेंगे।इसके लिए एक सहमति फार्म में रक्तदान दाता का हस्ताक्षर करवाया जाएगा।