मृत्यु पर सवाल उठना मृतक के परिजन को इतना भारी पड़ा कि मेडिकल कालेज का स्टाफ उन्हें बंधक बना के लाठी डंडों से पिटाई कर दे…बिना संवेदना दिखाए गर्भवती स्त्री को दौड़ा दौड़ा के पीटे…
जी हाँ,ये किसी बॉलीवुड मूवी का दृश्य नहीं,बल्कि छत्तीसगढ़ के भूपेश-राज की हकीकत है..!
इस कोरोना काल मे भुपेश-सरकार के लगभग हर क्षेत्र में फेल होने के बाद, सरकार की प्रशासनिक पकड़ बुरी तरह कमजोर हो चुकी है…
राज्य सरकार की अकर्मण्यता से अधिकारी कमर्चारी पूरी तरह से निरंकुश हो चुके हैं,सरकार के रवैये से नाराज अधिकारी-कमर्चारी अपना फ्रस्ट्रेशन आम जनता और पीड़ितों पर निकाल रहे हैं…
कुछदिन पहले कलेक्टर और एसडीएम द्वारा आम लोगों से बदसलूकी के जो वीडियो वायरल हुए थे वो इसी के परिणामस्वरूप थे..!
स्व.बलीराम मेडिकल कॉलेज,डिमरापाल,जगदलपुर की इस घटना ने कांग्रेस की भूपेश-सरकार के निर्दयी चेहरे को उजागर किया है…
कोरोना काल मे जहां लोग अपने परिजनों के असमय काल कलवित होने का दुख भुगत रहे हैं वहीं सरकार के कमर्चारियों का व्यवहार किसी राक्षस से कम नहीं है…
पैसे लेकर अपनी मनपसंद जगह बैठे कर्मचारी जानते हैं कि उन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है,इसलिये वो लोगों से दुर्व्यवहार और शव तक को बंदी बनाने से नहीं कतरा रहे हैं..!
भुपेश सरकार में यदि थोड़ी सी भी शर्म है तो तत्काल सभी दोषियों पर FIR दर्ज करवाये और ऐसे गुंडों को नौकरी से तत्काल बर्खास्त करे…
कायदे से तो इस घटना की समस्त जिम्मेदारी मुख्यमंत्री भुपेश बघेल की बनती है,
वो मुख्यमंत्री रहने के न तो योग्य हैं,न ही अधिकारी हैं..!!