Home Uncategorized पहल इंडिया द्वारा फल, बिस्कुट देकर भूख मिटाने का अभियान

पहल इंडिया द्वारा फल, बिस्कुट देकर भूख मिटाने का अभियान

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वर्धा , 18 मई : शहर में कोरोना के संकट के कारण पुनः लॉकडाउन के चलते सड़क पर मांगकर जीवन यापन करनेवाले लोगों के लिए भूख का संकट उत्पन्न हो गया है। ऐसे में हिंदी विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ. मुन्नालाल गुप्ता और अन्य साथियों के नेतृत्व में ‘पहल इंडिया’ द्वारा सुबह-सुबह फलों और बिस्कुट वितरण का अभियान प्रारंभ किया गया है। डाॅ. गुप्ता ने बताया कि इन जरुरतमंद लोगों को भोजन भी देने की योजना है।


ज्ञातव्य है कि 2020 के कोरोना लॉक डाउन के दौरान गुप्ता के नेतृत्व में पहल इंडिया द्वारा 33 दिनों तक सड़क पर मांग कर जीवन बीतानेवाले लोगों को भोजन और आर्थिक तंगी झेल रहे करीब 250 परिवारों को जीवनोपयोगी राशन एवं आवश्यक सामग्री की कीट देकर मदद की गई थी। इस कार्य में कई लोगों ने तन, मन और धन से पूरा साथ दिया जिसके कारण भोजन दान और अन्न महादान का यज्ञ संपन्न हो पाया था। इन लोगों में प्रमुख रूप से पलेरिया परिवार, पारधे परिवार, उड़ान परिवार, भोगे परिवार, भुसारे परिवारों के साथ साथ डॉ.ओ पी गुप्ता, प्रो.नीलू गुप्ता, प्रो. नृपेंद्र प्रसाद मोदी, डॉ. रामानुज अस्थाना , डॉ.अमित राय, डॉ.धनजी प्रसाद, डॉ. रश्मि रानी, डॉ. रूपेश सिंह, डॉ. सतीश पावड़े, अंजनी राय, बी. एस. मिरगे, नीलिमा कांबले, राजू चलाख जैसे लोगों के प्रत्यक्ष सहयोग के कारण ही पहल इंडिया का भोजन मिशन और अन्न महादान मिशन का कार्य इतने लंबे समय तक चल सका। भोजन मिशन में महिलाओं ने अपने-अपने घरों में भोजन तैयार कर सहयोग दिया। इन महिलाओं प्रमुख रूप से शामिल रही डॉ. अर्चना गुप्ता, विनीता पारधे, प्रवीणा उड़ान, निकिता, नेहा, बेबी भोगे, सुषमा मैकवान, सुनैना मिश्रा।
पहल इंडिया द्वारा कोरोना लहर के दूसरे चरण में जिन परिवारों के कमानेवाले प्रमुख सदस्य की कोरोना के कारण मृत्यु हो गई है उन जरुरतमंद आश्रित परिवारों को तात्कालिक तौर पर जीवनोपयोगी वस्तुओं और कुछ आर्थिक सहायता भी प्रदान करने का अभियान प्रारंभ किया गया है।