Home Uncategorized भाजयुमो पदाधिकारी लाला दस्तगीर भाभा ने विधायक के पास रूप से त्रस्त...

भाजयुमो पदाधिकारी लाला दस्तगीर भाभा ने विधायक के पास रूप से त्रस्त होकर कराया मुंडन और सोशल मीडिया में जारी किया खुला पत्र

0


भाजयुमो पदाधिकारी लाला दस्तगीर भाभा ने विधायक के पास रूप से त्रस्त होकर कराया मुंडन और सोशल मीडिया में जारी किया खुला पत्र

भाजयुमो पदाधिकारी लाला भाभा पर दस्तगीर में शहर विधायक शैलेश पांडे के दिखावटी रवैया और आए दिन सुर्खियों में बने रहने की छपास प्रवृत्ति के विरोध में सोशल मीडिया में खुला पत्र जारी कर शहर विधायक पर कड़ा व्यंगय करते हुए विधायक की करतूतों को फोटो छपाने की कलाबाजी के विरोध स्वरूप सिर मुंडवा लिया है।दस्तगीर भाभा ने सोशल मीडिया में जारी खुले पत्र में कहा विधायक की सक्रियता दिखावे बाजी है। केंद्र सरकार के संस्थाओं से चंदा वसूली में लगे हुए हैं। लोगों के बीच मे घुसकर जबरदस्ती फोटो खींचाना और सुर्खियों में बने रहना उन्हें बखूबी आता है। विधायक के हस्तक्षेप से ही सिम्स में कलेक्टर साहब की अनुशंसा के बाद भी प्रशासक को व्यवस्था सुधार के लिए है हैंडओवर किए जाने का आदेश सरकार ने पारित नहीं किया।

सिम्स में सबसे ज्यादा मौते हो रही है।जिला अस्पताल में दो बार आक्सीजन सप्लाई में बड़ी चूक हुई,विधायक फ़ोटो में मस्त है। लॉकडाउन में उनके द्वारा जबरिया निरीक्षण अवलोकन कर निर्देश जारी किया जाता है जिस पर कोई भी कार्यवाही नहीं होती। उल्टा कई बार धारा 144 और कोविड-19 के प्रोटोकॉल के उलननघन की स्थिति बनती है। विधायक को छपास की आदत पर कंटोल कर लफ्फेबाजी की घोषणाओं से बाज आना चाहिए।जनता ठग विधायक की असलियत और चाटूकारिता में भेद को जान गई है। विधायक को यह बताना चाहिए नगर निगम और विधायक निधि से 100 बेड का एक मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को कब बनवा रहे हैं? केंद्रीय प्रतिष्ठानों पर दबाव बनाकर वसूली बाजी करना निहायत शर्मनाक है। सिम्स प्रबंधन में चल रही भागवत साड़ी के लिए शैलेश पांडे के सरंक्षण में कार्यरत महिला अधिकारी पूरी तरह जिम्मेवार है। निजी अस्पतालों में भी विधायक दबाव बनाकर महामारी के काल मे अपना उल्लू सीधा करने की कोशिश में है। टीकाकरण केंद्रों में अव्यवस्था के आलम पर विधायक चुप्पी मार लेते है।


लाला भाभा ने खुले पत्र में कहा-
शहर विधायक की महिमा -2

आप सभी जानते हैं जिंदगी कतारों में लगी हुई है। देश मे दवा की कतार है, बिलासपुर के विधायक श्री शैलेश पांडे जी बेकतार होकर भी सभी लाइनों पर काम कर रहे है। वे बताते है उनकी भलमनसाहत है कि ऐसे समय में जब मंत्रिमंडल के सारे सदस्य अपने क्षेत्रों को छोड़कर प्रभार वाले जिलों में जाना बंद कर चुके हैं और अन्य विधायक अपने घरों में खुद को बंद कर चुके हैं। विधायक पांडे रोज अपने क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं।व्यापारियों के लिए रात में व्यापार मंडी में जब कार्य शुरू हुआ,व्यापारियों की मदद के लिए उनकी समस्याओं को जानने महामारी से डरे बिना रात में व्यापार विहार पहुंचकर मुलाकात की और उनके दुखडा सुना।


👉कल की ही बात है पिछले वर्ष अगस्त माह में कोरोना के दानव को मात देने वाली उनकी आपबीती को लुटियंस ने जनता के सामने मोटिवेश -नल स्टोरी प्रकाशित किया तो एकबारगी लगा पुराना पेपर दे गया लेकिन स्व.बंसन्त भैया व विजय भाई के रियल जज्बे को शहरवासी सलाम कर रहे है तो समाचारजीवी विधायक का छपना जरूरी हो गया था। पहली दफे लोगों को मालूम हुआ हमारे शहर के हमदर्द विधायक ने पिछले सीजन का कोरोना का मर्ज साल भर से छुपाया और अनुशासित व संयमित जीवन जीते हुए न सिर्फ कोरोना पर जीत दर्ज की वरन बीमार होने के बावजूद घूमघूम कर लोगो की सेवा की।


हमारे विधायक श्रीमान पांडेय की महिमा का ही प्रताप है जो छत्तीसगढ़ में संक्रमण दर महज 10% रह गई है और 5000 से भी कम मरीज मिल रहे। आपका मानना है उनके सुझावों पर अमल करके सरकार नियंत्रण की ओर बढ़ रही है। आज शहर में भले ही संक्रमण की दर 20 से 22% हो लेकिन अगर हमारे विधायक जी ने समय रहते प्रशासन को जगाया नहीं होता तो स्थिति महीने भर पहले 50% को पार करते दिखाई दे रही थी।


-विधायक जी की पहल थी कि जब दूसरी लहर कोहराम मचा रही थी उस समय फिक्की जैसी संस्थाओं से राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा सुझाव देकर सुपर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल खुलवाने की पहल की। जिला अस्पताल के पहले फ्लोर में 100 बिस्तर वाले वार्ड की शुरुआत की योजना हमारे विधायक पांडे जी ने दी। एसईसीएल और रेलवे को सीएसआर मद से अस्पतालों में बिस्तर की संख्या बढ़ाने के लिए चेताया। वे हमेशा केन्दीय उपक्रमो से सीएसआर के नाम पर क्षेत्र के लोगो के राशि दिलवाने में लालायित दिखे। राज्य सरकार के अस्पतालों को सरकार राज्य सरकार से फंड दिलाने के बजाय केंद्र सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों से अनुदान दिला कर उन्होंने राज्य के पैसे की बचत भी की।


-विधायक जी के कड़े तेवरों को देखकर जिला कलेक्टर ने अपोलों प्रबंधन पर चढ़ाई की और कोरोना वार्ड में बेडो की संख्या 50 से ही 160 करने के लिए अपोलों ग्रुप को राजी किया। मिली शिकायत के आधार पर स्वास्थ विभाग की टीम लेकर अपोलो अस्पताल में सीईओ को जोरदार झाड़ा लगा दिया।

। विधायक भैया की चिंता को देखते हुए हर विकासखंड में शासन स्तर से अनुमति लेकर आक्सीजन वाले 20- 30 बेडे शासकीय अस्पताल में शुरू किए जा रहे है। उनकी प्लानिंग को देखकर यह लगता है कि अगर समय पर प्रशासन सुविधाओं को शुरू करवा दे तो जिले में 10 हजार बिस्तरों की सुविधा सभी अस्पताल को गिनते हुए आरंभ हो जाती।
-हमारे विधायक जी के द्वारा शहर के प्रत्येक पार्षद और सहयोगियो के घर पर कोरोना किट उपलब्ध कराए गए है।

:-अखबार की कतरनों में आम आदमियों के दर्द का पहला एहसास सबसे पहले हमारे विधायक श्री शैलेश पांडे जी महसूस करते हैं, पिछले लॉकडाउन में नगर निगम ने सिम्स के पीछे जापान टाल वाली लाइन में झुग्गी झोपड़ी वासियों को भारी बारिश में स्मार्ट रोड के नाम पर दौरे संकट में डाल दिया उस समय भी हमारे विधायक बेहद दुखी हुए,फिर भी लोगो के घर उजड़ गए और साल भर से ज्यादा सड़कों को बनाने का टेंडर भी नही लगा,अब जाक स्मार्ट रोड के कार्य का शिलान्यास कराया गया है।


-आप लोगों ने देखा होगा नगर निगम के आयुक्त को विधायक ने बुलाकर मानवता का पाठ पढ़ा दिया है पिछले दिनों निगम के द्वारा शासकीय मकानों पर कब्जा धारियों को लॉकडाउन में ही मकान खाली करने का अंतिम नोटिस दिया गया और पुलिस भेज कर कार्यवाही किए जाने कहा रहा था जब यह बात माननीय विधायक जी को पता चली तो उन्होंने मानवता का पाठ निगमायुक्त को पढ़ा कर साफ शब्दों में बता दिया गरीबों पर अत्याचार बंद करे।उक्त खबर भी चार कालम में आई, देखकर सीना चौड़ा हो गया जबकि लोग मारे घूम रहे है।


ऐसे महामंडलेश्वर के कार्यकाल में बिलासपुर विधानसभा की जनता उनकी सेवा भाव को देखकर गदगद हो गई है। यह भी अखबारों में पढ़कर दिल बाग बाग हो जाता है।

-पिछले दिनों व्यापारियों के लिए बुधवारी बाजार में वे पुलिस से अड़ गए, पंडित जी ने साफ तौर पर पुलिस को चेता दिया है महामारी के काल में वसूली बंद हो और नागरिक और व्यापारियों को प्रताड़ित करना बंद कर देवे।शनिचरी के व्यापारी भी लाकडॉउन में पुलिस की सख्ती पर विधायक जी के पास पहुचे,उन्होंने तुरंत पुलिस को समझाईश दी। तोरवा थाने में अपनी सरकार की पुलिस को गृह मंत्री के सामने रेट लिस्ट लगाने का साहस पहले ही वो दिखा चुके है।जिला अस्पताल और सिम्स में व्यवस्था सुधार के लिए विधायक जी दिन-रात प्रयासरत हैं लेकिन संभाग का सबसे बड़ा है शासकीय तंत्र होने से समस्या और लापरवाही सरकारी तंत्र की आदत बने हुए है।बताते चले छत्तीसगढ़ की सरकार ने उन्हें अस्पतालों का दौरा करके व्यवस्था दुरुस्त करने का जिम्मा दिया है

जिसका वे बखूबी निर्वहन कर रहे हैं। विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए भी आए दिन में विभिन्न एजेंसियों की खबर लेकर समय पर कार्य को सुचारू रूप से करने के लिए प्रयास करते दिखाई पड़ते हैं।आज शहर में अमृत मिशन के गड्ढे चारों ओर दिखाई दे रहे हो, पुल पुलिया और ना लो के साथ बैराज बनाने का काम भले अटकन बटकन में हो । पांडे जी गिलहरियों की भूमिका से लेकर शहंशाह बन जाते है। आपके अनुसार उनकी ही सोच और मेहनत का नतीजा है कि प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम के स्कूल सभी जिलों के सभी ब्लॉकों में शुरू किए जा रहे हैं, उनके सुझाव को पूरे प्रदेश में लागू किए जाने को लेकर श्री पांडे खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं। दवाई तुंहर दुआर और दारू तुंहर द्वार भी लॉकडाउन पांडेय जी के कारण शुरू हुआ लेकिन जब सरकार ने दारु की होम डिलीवरी का जिम्मा अपने कंधों पर ले लिया तो शराब के नाम पर शहर में लगने वाली भीड़ को लेकर पांडे जी बहुत चिंतित दिखाई देते हैं और व्यथित हैं उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सुधार के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए है।

वे दबाव बनाने का ऐसा कोई मौका नही खोते जिसने न्यायधानी बिलासपुर से छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में शैलेश पांडे जी को शामिल करना और स्वास्थ और नगरीय प्रशासन का दायित्व देने के लिए दबाव राज्य के मुखिया पर पड़े। बताया जाता है आने वाले दिनों में जैसे ढाई ढाई साल की सरकार स्वरूप लेगी या विस्तार होने पर बिलासपुर से कद्दावर मंत्री का दायित्व शहर के विधायक श्री पांडेय जी को दिया जाना तय हो चुका है। दिन हो या रात विधायक पांडेय अब भाजपा वालो को भो अच्छे लगने लगे है.नेतापतिपक्ष की गुडबुक में बिलासपुर की सीट जीतने पर आ गये थे।


:- समाचारों की हेड लाइन में अन्य प्रतिनिधियों की योगदान और श्री पांडेय बिलासपुर विधायक की भूमिका देखे तो वे जिले के सभी विधायकों और सांसद को पीछे छोड़ चुके हैं। आज उनकी महिमा के मुंडन में और लफ्ज नहीं मिल रहे हैं मगर उनकी राजनीति में इतनी सक्रियता होने पर प्रतिक्रिया लाजिमी है। लोग भले ही उन्हें छपास, चालबाज बेशर्म ,झूठा, फोटोबाज, फीचर प्लस मैनेजर, गुटबाज, एक्सीडेंटल, पैर पड़वा,जबरिया गलेपडूं कादरखानी शैली का नेता कहे लेकिन तमाम उल्हानों को किनारा कर वे स्वयं के तटों का सवर्धन करते हुए जनमन की सुर्खियों में ऐसे ही प्रकाशित होते रहेंगे। फिलहाल मैं ऐसे जनप्रतिनिधि के द्वारा अखबार की कतरनों में हो रहे लोककल्याण कार्यो से प्रभावित हो कर अपना मुंडन करवा रहा हु,ताकि ठंडे दिमाग से उनकी महिमा गान की अगली कड़ी में आप सभी से चर्चा करूँ ……तब तक ये गुण गुनगुना सकते है.

“अंधेरी रातों में सुनसान राहों पर हर जुल्म मिटाते फोटू छपवाने को एक विधायक निकलता है जिसे लोग शैलेशशाह कहते है”🙏🙏