किसी आपदा के समय ही किसी व्यक्ति का मूल चरित्र उभर कर सामने आता है। नेकी और बदी की पहचान भी संकट में ही होती है। वैश्विक महामारी कोरोना के इस आपदा के कारण बार-बार लॉकडाउन लगाना पड़ रहा है तो वही हर दिन लाखों की संख्या में लोग देश में बीमार पड़ रहे हैं ,और हजारों की संख्या में लोगों की जान जा रही है। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और दवाइयां हांसिल करना युद्ध लड़ने के समान साबित हो रहा है। इस कठिन समय मे आपदा को भी कुछ लोगों ने अवसर बनाया है। एक तरफ इसी देश में ऐसे कालाबाजारी हैं जो संकट की घड़ी में देश के साथ खड़ा होने की बजाय मुनाफाखोरी में लगे हुए हैं, तो वहीं कई समाजसेवी संगठन, जनप्रतिनिधि लगातार अपनी पूरी क्षमता से लोगों की मदद कर रहे है।
रेलवे क्षेत्र के पूर्व पार्षद, एमआईसी सदस्य, रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य और भाजपा नेता व्ही रामाराव भी इस दौरान लोगों के लिए देव दूत साबित हुए हैं। भाजपा नेता व्ही रामाराव की छवि आरम्भ से ही लोगों की मदद करने वाले नेता की रही हैं । रेलवे क्षेत्र समेत आसपास के कई कॉलोनियों जैसे हेमू नगर, कासिम पारा, राजकिशोर नगर, देवरीखुर्द आदि में रहने वाले लोगों का भरोसा अब भी उन्ही पर है। जो लगातार अब भी रामाराव से ही संकट में मदद मांग रहे। जिस दौर में किसी भी अस्पताल बेड का मिल पाना में किसी चमत्कार से कम ना हो, वैसे दौर में आम लोगों के लिए यह संघर्ष और भी बड़ा हो जाता है । लेकिन व्ही रामाराव इस दौरान भी लोगों की मदद कर रहे हैं ।
अपने संपर्क सूत्र के कारण वे अब तक सैकड़ों लोगों को विभिन्न अस्पतालों में इलाज, बेड, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सुविधा दिला चुके हैं। रेलवे और आसपास के क्षेत्र के लोगों का भरोसा आज भी वी रामाराव पर कायम है और उन्होंने भी इस भरोसे को कभी टूटने नहीं दिया। उनके पास चाहे देर रात ही कोई फोन क्यों ना आ जाए वे मदद मांगने वालों की यथासंभव मदद किए बिना सोते भी नहीं है। आज रेल कर्मचारियों के लिए भी रेलवे अस्पताल में इलाज मिलना आसान नहीं है। ऐसे में एक जनप्रतिनिधि होने के नाते वी रामाराव रेल अधिकारियों और अस्पताल प्रबंधन से बातचीत कर ऐसे लोगों को इलाज की सुविधा मुहैया करा रहे हैं। वहीं कई बार जीवन रक्षक दवाइयों की कमी होने पर भी वे अपने संपर्क सूत्र के माध्यम से दवाइयों की व्यवस्था करा चुके हैं ।भाजपा नेता वी रामाराव इस बीच कई माध्यम से रेलवे क्षेत्र के जरूरतमंद परिवारों तक सूखा राशन और भोजन की सेवा भी प्रदान कर चुके है । चर्चा करते हुए व्ही रामाराव ने कहा कि इस संकट की घड़ी में उनका कर्तव्य है कि वे यथासंभव परेशान और मजबूर लोगों की मदद करें और वे पूर्व की तरह सतत ऐसा कर भी रहे हैं। कई बार वे भौतिक रूप से ऐसे लोगों के साथ भले ही उपस्थित ना रह पाते हों लेकिन उस वक्त भी अपने संपर्क और जान पहचान के माध्यम से वे ऐसे लोगों को वह सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं जो उन्हें सामान्य तौर पर नहीं मिल पा रही।
बिलासपुर के निजी अस्पतालों, सरकारी और रेलवे अस्पताल में भी ऐसे कितने ही परेशान हाल लोगों की अब तक मदद कर चुके व्ही रामाराव का कहना है कि इस महामारी से हम एकजुटता बनाकर ही निपट सकते हैं। संकट की घड़ी में एक दूसरे की मदद करना हम सब का कर्तव्य है, तो वही इस जानलेवा बीमारी का एकमात्र इलाज वैक्सीनेशन है। इसलिए पूर्व पार्षद और भाजपा नेता व्ही रामाराव ने सभी से अपील की है कि वे अपनी पारी आने पर अनिवार्य रूप से वैक्सिन जरूर लगाएं और किसी भी अफवाह या भ्रम के शिकार ना हो। देश में कई ऐसे मानवता के शत्रु हैं जो आम लोगों में टीका को लेकर भ्रम पैदा कर रहे हैं। उनकी बातों पर ध्यान ना देते हुए भारत सरकार, भारत के चिकित्सकों और वैक्सीन बनाने वाली कंपनी पर भरोसा करने की अपील व्ही रामाराव ने सबसे की है।
उन्होंने यह भी भरोसा जताया कि जल्द ही यह संकट भी टल जाएगा। वैसे तो रेलवे क्षेत्र में हाल ही में कई नए नेता भी उभर कर सामने आए हैं, ऐसे में पुराने और आजमाए हुए पूर्व पार्षद व्ही रामाराव एक बार फिर से लोगों के काम आए और उन्होंने भरोसा दिलाया कि जो भी उनसे मदद मांगेगा वे यथाशक्ति अंतिम सीमा तक जाकर उनकी मदद अवश्य करेंगे। अब तक सही समय पर अस्पताल में बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और इलाज उपलब्ध कराकर रामा राव न जाने कितने लोगों के प्राणों की रक्षा कर चुके है। काश कि सभी ऐसी ही सोच रखते तो यह संकट शायद इतना बड़ा नहीं होता और इस तरह से प्रदेश और शहर में हाहाकार नहीं मचा होता।