सीबीआई ने 3700 करोड़ रुपये के विभिन्न बैंक घोटालों में देश में सौ स्थानों पर जमकर छापेमारी की है। CBI के मुताबिक, यह कार्रवाई धोखेबाजों के खिलाफ अभियान का एक हिस्सा है। जानकारी के मुताबिक सीबीआई की तरफ से यह कार्रवाई लोन को NPA में बदलने के आरोप में की गई है।
बैकों की तरफ से शिकायत में कहा गया है कि लोन के बाद डिफॉल्टर्स के खाते को चालू कर दिया गया है, जिसके चलते लोन नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स NPA बन गए हैं। इससे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को काफी नुकसान पहुंच रहा है। ऐसे में घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर सीबीआई द्वारा बैंकों के नुकसान की भरपाई करवाने की कोशिश की जा रही है। इस संबंध में सीबीआई को डिजिटल दस्तावेज भी मिले हैं।
सीबीआई की तरफ से इन शहरों में की गई छापेमारी:
मामले में आईओबी, यूबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, एसबीआई, आईडीबीआई, केनरा बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया आदि बैंक शामिल हैं. मामले को लेकर सीबीआई की तरफ से जिन शहरों में छापेमारी की गई है, वे कानपुर, गाजियाबाद, मथुरा, नोएडा, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरू, त्रिपुर, हैदराबाद, जयपुर, श्रीगंगानगर, भोपाल, निवाड़ी, करनाल, अहमदाबाद, सूरत, राजकोट शामिल हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आज देश के 11 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में करीब 100 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है।
सीबीआई ने बैंक फ्रॉड के करीब 30 केसों में यह राष्ट्रव्यापी छापेमारी की
आपको बता दें कि ये करीब 3700 करोड़ की हेराफेरी के मामले हैं। इससे पहले सीबीआई ने 19 मार्च को 25 राज्यों में करीब 30 विभागों व संगठनों में भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत छापेमारी की थी। देश भर में 100 से ज्यादा स्थानों पर छापेमारी की गई। इन छापों के केंद्र में रेलवे, आयकर सहित कई विभागों में औचक जांच दल ने निरीक्षण किया। सीबीआई ने ऐसे सरकारी कार्यालयों का पता लगाने की कोशिश की जहां ज्यादा भ्रष्टाचार की आशंका है।