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योगी सरकार ने दिया गन्ना कृषकों को बड़ी सौगात: पेराई सत्र 2019-20 मे अंतर ग्रामीण सड़कों के नवनिर्माण,सुदृढ़ीकरण एवं पुनर्निमाण कार्यों से गन्नों बाहुल्य क्षेत्रों मे गन्ना आपूर्ति हेतू गन्ना कृषकों को होगी सुगमता।

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वेस्ट प्लास्टिक के उपयोग से होगा मजबूत सड़कों का निर्माण:

गन्ना कृषकों को चीनी मिलों तक ताजा गन्ना त्वरित रूप से आपूर्ति करने के लिए सुगम आवागमन से जुड़ी सुविधा दिया जाना सरकार की प्राथमिकता है। सड़कों के नव-निर्माण, सुदृढीकरण/पुनर्निर्माण से चीनी मिलों के चीनी परता में वृद्धि तथा आपूर्ति किये गये गन्ने के भार हृास में कमी से किसानों की आय में बढोत्तरी।

इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुये आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में गन्ना विकास विभाग द्वारा सड़कों के नव-निर्माण के अन्तर्गत रू.86.94 करोड़ तथा निर्मित सड़कों के सुदृढीकरण/पुनर्निर्माण के लिए रू.13.06 करोड़ कुल रू.100 करोड़ का बजट प्राविधानित था। इस बजट के सापेक्ष 213 कि.मी. सड़को का निर्माण, 47.56 कि.मी. सड़कों के सुदृढीकरण/पुनर्निर्माण कार्य कुल 260.56 कि.मी. सड़कों के निर्माण का कार्य कराया गया। 260.56 कि.मी. अन्तरग्रामीण सड़कों में से 50.696 कि.मी. सड़कों के निर्माण में वेस्ट प्लास्टिक का उपयोग किया गया, जिसमें 22.21 मै.टन वेस्ट प्लास्टिक इस्तेमाल किया गया जिसके फलस्वरूप 22.21 मै.टन विटुमिन की बचत हुई।

प्लास्टिक वेस्ट से निर्मित सड़कों के संबंध में सूचना देते हुये उन्होने बताया कि सड़क निर्माण में प्रयोग की जाने वाली प्लास्टिक वेस्ट पद्धति को केन्द्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान द्वारा मान्यता प्रदान की गयी है। विटुमिन के साथ प्लास्टिक वेस्ट के इस्तेमाल से सड़क को मजबूती मिलती है, पानी के प्रति सड़क की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। प्लास्टिक वेस्ट के इस्तेमाल से सड़क निर्माण के समय प्रदूषित गैस नहीं फैलती तथा सड़क की आयु में भी वृद्धि होती है।

श्री भूसरेड्डी ने यह भी बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 के अन्तर्गत निर्माण कार्यों हेतु आमंत्रित निविदाओं में व्यापक प्रतिस्पर्धा के फलस्वरूप लगभग रू. 5.76 करोड़ की बचत हुई, जिससे दरों आदि में हुई मूल्य वृद्धि को समायोजित करने उपरान्त लगभग 9 कि.मी. अतिरिक्त सड़कों का निर्माण, सुदृढीकरण/पुनर्निर्माण कार्य कराया जा सका।

उन्होने यह भी बताया कि गन्ना विकास विभाग द्वारा निर्मित इन सड़कों से गन्ना बाहुल्य क्षेत्रों में यातायात की व्यवस्था में सुधार तो होगा ही साथ ही गन्ना आपूर्ति हेतु गन्ना कृषकों को सुगमता भी होगी।