लंदन। भारत नौसेना की ताकत में इजाफा करने के लिए ब्रिटेन से अत्याधुनिक विमान वाहक पोत खरीदने के लिए बात कर रहा है। इस विमान वाहक पोत को ब्रिटेन के एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ की तर्ज पर विकसित किया जाएगा और मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही इसका निर्माण किया जाएगा। लंदन के अखबार दैनिक लंदन मिरर के अनुसार भारतीय नौसेना के लिए 65,000 टन के ब्रिटिश युद्धपोत की खरीद के लिए बातचीत चल रही है। एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ की तरह बनने वाले इस युद्धपोत को साल 2022 में भारतीय नौ सेना में शामिल किया जाएगा और इसका नाम आइएनएस विशाल रखा जाएगा। अखबार के अनुसार इसके लिए भारत का एक प्रतिनिधिमंडल स्कॉटलैंड स्थित रोसिथ डॉकयार्ड भी गया था। यहीं पर एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ को असेंबल किया गया था और दूसरे युद्धपोत एचएमएस प्रिंस आॅफ वेल्स का निर्माण चल रहा है। अखबार लंदन मिरर के मुताबिक अगर यह सौदा होता है तो नए युद्धपोत का निर्माण तो भारत में होगा, लेकिन ब्रिटेन की कंपनियां इसके कई पाटर््स की आपूर्ति कर सकती हैं। अखबार ने यह भी कहा है कि नया युद्धपोत भारत के 45,000 टन के युद्धपोत आइएनएस विक्रमादित्य और नौसेना में शामिल होने वाले 40,000 टन के आइएनएस विक्रांत के साथ काम करेगा। भारत ने आइएनएस विक्रमादित्य को 2004 में रूस से खरीदा था। इस विमानवाहक पोत के आने के बाद भारतीय विमान वाहक पोत का बेड़ा ब्रिटेन से भी बड़ा हो जाएगा। ब्रिटिश रक्षा मंत्री स्टुअर्ट एंड्रयू ने इस खबर पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है, लेकिन उन्होंने कहा कि भारत के साथ उपकरण और क्षमता के मुद्दों पर नियमित बातचीत होती है। अभी इस पर किसी तरह का बयान देना सही नहीं होगा। इससे पहले 1987 में भारत ने ब्रिटेन से फॉकलैंड्स युद्धपोत एचएमएस हर्मीस खरीदा था, जिसे आइएनएस विराट नाम दिया गया था। हालांकि, दो साल पहले यह युद्धपोत नौसेना से अलग हो गया है।