भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या फिर से बढ़ने के साथ एक और चिंतित करने वाली खबर सामने आई है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने बताया है कि देश में इस समय पांच वायरसों का प्रसार मिला है. आईसीएमआर ने देशभर में फैले अपने 30 से ज्यादा केंद्रों पर संक्रमित मरीजों के नमूनों की जांच के बाद कोरोना वायरस के साथ H1N1, H3N2 जैसे ए टाइप इन्फ्लूएंजा और बी टाइप इन्फ्लूएंजा यानी यामागाटा और विक्टोरिया वायरस फैलने की पुष्टि की है.
आईसीएमआर ने बताया कि देश में 30 अलग-अलग स्थानों पर सर्विलांस नेटवर्क स्थापित किया गया है, जहां मरीजों के नमूनों की जांच चल रही है. यहां जांचे गए नमूनों में 0.1 फीसदी में सहायक संक्रमण यानी एक से अधिक वायरस का संक्रमण पाया गया. वहीं 10 नमूनों में एच3एन2, 18 में विक्टोरिया वायरस की पहचान हुई है.
ICMR की तरफ से बताया गया है कि इन सभी वायरसों के लक्षण बेहद मिलते-जुलते हैं. ऐसे में अगर किसी भी व्यक्ति में तीन या चार दिन से ज्यादा वक्त तक इसके लक्षण दिखते हैं तो वह डॉक्टर से जरूर सलाह ले.
क्या हैं लक्षण
इन्फ्लूएंजा संक्रमण का जल्द पता लगाने से वायरस को बिगड़ने से रोका जा सकता है और मरीज का जल्द ही इलाज किया जा सकता है. इन वायरसों के सामान्य लक्षणों में मरीज को तेज़ बुखार आना, ठंड लगना, गले में खराश, खासी, जुकाम, थकान और बदन दर्द शामिल है.
बता दें कि इन्फ्लूएंजा वायरस अब एंडेमिक का रूप ले चुका है, यानी यह हमेशा ही वातावरण में मौजूद रहता है. साल में दो बार मानसून और सर्दियों में इसके पीक देखने को मिलते हैं. ऐसे में इसे लेकर ज्यादा घबराने की आवश्यकता भी नहीं. बस वक्त पर सही इलाज आपको परेशानियों से दूर रख सकता है.