छत्तीसगढ़ उजाला
वर्धा, दि. 19 अगस्त, 2021:
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में आयोजित अखिल भारतीय दर्शन परिषद् के 65 वें अधिवेशन के तीसरे दिन गुरुवार को ‘तर्क और ज्ञानमीमांसा’, ‘नीति दर्शन, धर्म मीमांसा’ इन विषयों पर केंद्रित सत्रों में लगभग 70 से अधिक अध्येताओं ने शोध आलेखों का वाचन किया। ‘तर्क और ज्ञानमीमांसा’, विषय पर आयोजित सत्र में बीस से अधिक अध्येताओं ने शोधपत्र प्रस्तुत किये। सत्र के स्थानीय संयोजक डॉ. अशोक नाथ त्रिपाठी तथा स्थानीय सह-संयोजक डॉ. योगेन्द्र बाबू थे। सत्र में अध्यक्ष के रूप में प्रो. जे. एस. दुबे, भोपाल की उपस्थिति रही। ‘नीति दर्शन’ पर आयोजित सत्र के अध्यक्ष डॉ. श्यामल किशोर, पटना थे। सत्र के स्थानीय संयोजक डॉ. एच. ए. हुनगुंद तथा स्थानीय सह-संयोजक डॉ. श्रीनिकेत मिश्र थे। इस सत्र में तीस से अधिक अध्येताओं ने शोधपत्र प्रस्तुत किए।
‘धर्म मीमांसा’ विषय पर आयोजित सत्र में डॉ. श्याम रंजन प्रसाद मिश्र, हाजीपुर की अध्यक्ष की रूप में उपस्थिति रही। सत्र के स्थानीय संयोजक डॉ. अमरेन्द्र कुमार शर्मा तथा स्थानीय सह-संयोजक श्री शरद जायसवाल थे। इस सत्र में बीस से अधिक शोधपत्रों का वाचन किया गया। आभासी माध्यम से आयोजित सत्रों में देशभर के विद्वानों, अध्येताओं और शोधार्थियों की उपस्थिति रही। पाँच दिवसीय अधिवेशन में 20 एवं 21 अगस्त 2021 को ‘तत्व मीमांसा’, ‘समाज दर्शन’ तथा ‘योग एवं मानव चेतना’ इन विषयों पर शोधपत्रों का वाचन किया जाएगा। अधिवेशन का समापन 21 अगस्त को होगा।