छत्तीसगढ़ उजाला
अभिषेक जायसवाल
गौरेला पेण्ड्रा मारवाही:-
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में स्कूल खुलने के बाद जहां एक ओर शाला प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल जोगीसर की हालात कुछ अलग ही तस्वीर बयां कर रही है । हम बात कर रहे हैं गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले की जोगीसार गांव के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल की बिल्डिंग की जिसके ग्राउंड फ्लोर के निर्माण कार्य को महज 4 साल बीते हैं तो वही फर्स्ट फ्लोर में निर्माण कार्य को हुए मात्र 2 साल ही बीते हैं इसके बाद भी स्कूल की बिल्डिंग की हालत ऐसी है मानो कि कभी भी बड़े हादसे को दावत दे सकती है। स्कूल की सारी क्लासों में पानी सीपेज हो रहा है छ्ते टपक रही है जो बिल्डिंग को कमजोर बना रहा है बिल्डिंग के कमरों में पानी की धाराओं से जहां एक ओर शॉर्ट सर्किट का खतरा बना हुआ है तो वहीं दूसरी ओर जर्जर हालत होने से किसी भी वक्त दुर्घटना की संभावना बनी रहती है जिसके चलते एक ओर शिक्षकों को बच्चों को पढ़ाने में समस्या आ रही है तो वहीं दूसरी ओर बच्चों को क्लास अटेंड करने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जो उन ढाई सौ बच्चों के लिए खतरा बनकर साबित ना हो जो स्कूल में पढ़ रहे हैं यह भी एक चिंता का सबब बना हुआ है।
जोगीसार गांव छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय अजीत जोगी का पैतृक गांव भी है इसे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोद भी लिया हुआ है तो वही जिले की कलेक्टर के कलेस्टर ग्राम के अंतर्गत भी आता है इसके बावजूद भी स्कूल की कोई सुध लेने वाला नहीं है। संबंधित ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत से बिल्डिंग कुछ वर्षों में ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है, जबकि स्कूल के प्राचार्य के द्वारा कई बार लिखित शिकायतों के बावजूद भी सरपंच और जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस स्कूल की प्रति उदासीन देखने को मिल रहा है जबकि आसपास के 15 से 20 गांव के बच्चों का भविष्य इस स्कूल पर ही निर्भर करता है।लेकिन स्कूल की बिल्डिंग की जर्जर हालत को देखते हुए अभिभावकों और बच्चों में डर बना रहता है। जबकि स्कूल के प्राचार्य बीके खरे के द्वारा शासकीय स्कूल को सर्व सुविधा युक्त बनाते हुए एक प्रयास के तहत पूरे स्कूल कैंपस में 16 सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए हुए हैं जिससे वह सभी क्लासों की मॉनिटरिंग भी करते हैं। जबकि शासकीय स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे बहुत कम स्कूलों में देखने को मिलते हैं लेकिन जोगीसार के शासकीय स्कूल में प्राचार्य एवं शिक्षकों के द्वारा बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके इसके लिए अथक प्रयासरत है
वहीं शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल जोगीसार में सबसे बड़ी समस्या जो सामने आई वो है महिला प्रसाधन की हैं जो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है दरअसल सत्र 2017-2018 में महिला प्रसाधन एवं पुरुष प्रसाधन के लिए राशि स्वीकृति हुई थी जिसमें पुरुष प्रसाधन तो बन गया लेकिन महिला प्रसाधन अब तक नहीं बन पाया है जिसके चलते स्कूल की शिक्षिका एवं लगभग 150 छात्राएं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब देखने वाली बात होगी कि आखिर कब तक स्कूल की बिल्डिंग की मरम्मत होती है एवं स्कूल में छात्राओं के लिए महिला प्रसाधन कब तक बन पाता है…