दिल्ली। जरा सोचिए जिंदगी कितनी मुश्किल हो गई होगी, जब किसी महिला ने सबकुछ छोड़कर मर जाने के बारे में सोचा होगा। एक ऐसी ही महिला की आपबीती हम आपको बताने जा रहे हैं, जो लगातार पांच सालों से यौन शोषण का शिकार हो रही थी। इंसाफ की तलाश में बेबस महिला कानून के दरवाजे पर भी गई, लेकिन हर बार बेरंग लौटा दी गई। हर तरफ से हताश महिला ने आखिरकार खुद को आग के हवाले कर दिया। महिला का दर्दनाक वीडियो वायरल होने के बाद दिल्ली महिला आयोग ने इस पर संज्ञान लिया। इसके 15 दिन बाद एसपी के आदेश पर पुलिस ने केस दर्ज किया।
महिला ने कहा- अब कोई मेरा दुष्कर्म नहीं करेगा
यौन शोषण से परेशान हापुड़ की रहने वाली एक महिला ने बाबूगढ़ पुलिस की बेरुखी के चलते खुद को आग लगा ली। दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती महिला 75-80 प्रतिशत तक जल चुकी है। एक अखबार से बात करते हुए महिला ने बताया कि, मैं जानती हूं कि ऐसी जिंदगी कोई भी नहीं जीना चाहता है। मैं मरना चाहती हूं, खैर अब मेरा शरीर इतना जल चुका है कि कोई भी मेरा दुष्कर्म नहीं करेगा। मेरी मजबूरी का फायदा उठाकर 20 से ज्यादा लोगों ने कई बार मेरा दुष्कर्म किया है। मैंने कई बार सबकुछ ठीक करने की कोशिश की, पुलिस से मदद मांगी लेकिन किसी ने मेरी मदद नहीं की।
महिला आयोग ने मांगी रिपोर्ट
महिला का वीडियो वायरल होने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले में संज्ञान लिया और यूपी डीजीपी को एक पत्र लिखा। पत्र में आयोग ने हापुड़ मामले में विस्तृत कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने लिखा कि, ‘हापुड़ में एक महिला जो घरेलू मदद के लिए दूसरों के घर काम करती थी। उस महिला को कथित रूप से निरंतर उत्पीड़न, सामूहिक बलात्कार का शिकार होना पड़ा और महिला ने खुद आग लगाकर जान देने की कोशिश की। महिला ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया।’
क्या था मामला
पीड़िता के अनुसार, मैं उत्तरप्रदेश के सिंभावली क्षेत्र के एक गांव में परिवार के साथ रहती थी। आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से पिता ने 10 साल पहले मात्र 14 वर्ष की उम्र में मेरी शादी हापुड़ के युवक से करा दी। शादी के एक साल बाद ही युवक मुझे छोड़कर चला गया। इसके बाद मेरी एक बुआ ने 10 हजार रुपये लेकर मेरी दूसरी शादी बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के युवक से करा दी। दूसरे पति ने भी मेरे साथ गलत व्यवहार किया। पति ने गांव के एक बाबू से रुपए उधार लिए थे, लेकिन समय निकल जाने के बाद भी वह उधारी नहीं उतार पाया। इस पर बाबू ने डरा-धमकाकर मेरे साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद जैसे सिलसिला सा चल पड़ा।
एक शख्स ने की मदद
आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी इसलिए मैं लोगों के घरों में काम किया करती थी। इस बीच मेरी बेबसी का फायदा उठाकर 20 से भी ज्यादा लोगों ने कई बार मेरे साथ दुष्कर्म किया। यह सबकुछ मैं पिछले पांच सालों से बर्दाश्त कर रही थी, लेकिन अब सहन नहीं कर पा रही हूं। मैंने अपने दूसरे पति का घर छोड़ दिया और अपने दोस्त के साथ मुरादाबाद में लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने लगी। लेकिन, उन लोगों ने यहां भी मुझे नहीं छोड़ा। मैं मदद मांगने के लिए पुलिस के पास गई, लेकिन वहां किसी ने मेरी नहीं सुनी। उधर, पुलिस के पास जाने से नाराज कुछ आरोपी 28 अप्रैल को मुरादाबाद में मेरे घर पहुंचे और तेजाब डालकर मारने की धमकी दी। मैंने लड़ने की बहुत कोशिश की, लेकिन मैं हार गई और मैंने खुद को खत्म करने के इरादे से आग लगा ली। महिला के दोस्त ने बताया कि, पीड़िता के तीन बच्चे हैं जो उसके दूसरे पति के पास रहते हैं। दूसरा पति बच्चों का सहारा लेकर महिला को गलत काम करने के लिए मजबूर करता था। इन तीन बच्चों में से एक बच्चा महिला के साथ रेप करने वाले शख्स का है।
पुलिस ने कहा…
इस पूरे मामले में एएसपी राममोहन सिंह का कहना है कि, महिला के जलने की घटना मुरादाबाद में हुई थी। वहीं से उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया है। जांच में सामने आया है कि महिला ने कभी भी हापुड़ पुलिस से कोई शिकायत नहीं की। दिल्ली महिला आयोग द्वारा मामले का संज्ञान लेने के बाद हापुड़ पुलिस को इस मामले के बारे में पता चला है। बाबूगढ़ थाने में पीड़िता की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। उस पर जांच हो रही है, हालांकि अब तक कोई आरोपी गिरफ्त में नहीं आया है।