सतना। छत्तीसगढ़ उजाला… -बायपास के बन चुके दो हिस्सों में यातायात चालू हुआ।
सतना शहर के बहुप्रतीक्षित सतना-बेला राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 75 पर बायपास मार्ग में टमस नदी पर 32 करोड़ की लागत से निर्मित उच्च स्तरीय पुल का लोकार्पण गुरुवार को सांसद गणेश सिंह के मुख्यातिथ्य में किया गया। इसके साथ ही सतना-बेला राष्ट्रीय राजमार्ग के सतना बायपास के बन चुके दो हिस्सों में यातायात भी प्रारंभ कर दिया गया है।
सांसद ने शिलापट्टिका अनावरण और फीता काटकर टमस नदी के ब्रिज का लोकार्पण और सतना-बदखर मार्ग से बेला-रीवा की ओर जाने वाले नवनिर्मित बायपास मार्ग के यातायात का शुभारंभ किया। मटेहना में आयोजित टमस नदी ब्रिज लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि लंबी प्रतीक्षा के बाद इस निर्माणाधीन राजमार्ग की सड़क पर यातायात शुरू हुआ है। बायपास में रेलवे लाइन पर आरओबी का निर्माण पूरा नहीं होने से पूरा बायपास यातायात के लिए उपयुक्त नहीं है। अभी सोहावल मोड़ से चित्रकूट सड़क बगहा तक बन चुके बायपास मार्ग और दूसरे हिस्से में बन चुके सतना-बदखर से रीवा-बेला तक बन चुके मार्ग को यातायात के लिए खोला गया है। रेलवे से ब्लॉक की अनुमति मिलते ही दो-चार माह में आरओबी का निर्माण पूरा कर पूरे बायपास को यातायात के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा।
लाइफ लाइन बनेगा यह मार्ग-
सांसद ने कहा कि सतना-बेला राष्ट्रीय राजमार्ग आने वाले भविष्य में व्यवसायिक जगत के लिए लाइफ लाइन बनेगा। सीमेंट कंपनियों एवं अन्य व्यवसायिक संस्थानों के औद्योगिक वाहन एवं भारवाहक वाहनों को नो एंट्री खुलने का इंतजार नहीं करना होगा। सतना-बदखर होते हुए यह वाहन इलाहाबाद, रीवा की ओर जा सकेंगे। उधर सोहावल मोड़ से बगहा चित्रकूट रोड तक बायपास की सुविधा से नागौद, छतरपुर की तरफ से आने वाले वाहन बिना शहर में प्रवेश किए चित्रकूट, बांदा, इलाहाबाद, कानपुर की ओर जा सकेंगे। सांसद ने बताया कि सबसे पहले वर्ष 2011-12 में बायपास का काम शुरू हुआ, लेकिन ठेकेदार ने बीच में काम छोड़ दिया। केंद्र सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से इस मार्ग के लिए ईपीसी मोड में दोबारा टेंडर किया गया। जिसके तहत 2016-17 में श्रीजी इंफ्रास्ट्रक्चर में पुनः काम शुरू किया गया। वर्ष 2019-20 इसे पूरा होना था, लेकिन कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण कार्य पूर्ण करने में विलंब हुआ। बीच का भाग आरओबी के निर्माण के लिए रेल्वे से ब्लॉक लेकर शीघ्र पूर्ण कराया जायेगा। सांसद ने कहा कि कृषि उपज मण्डी के किसानों और ट्रांसपोर्टर्स की मांग पर कृषि उपज मंडी के ट्रांसपोर्ट को संतोषी माता मंदिर से बिरला रोड होते हुये बदखर तक आने की अनुमति दिलाई जाएगी। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग-75 के बायपास की सभी सर्विस लेन (रोड) भी बनाई जाएगी।
32 करोड़ की आई लागत-
ब्रिज कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि सतना-बेला राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-75 की प्रोजेक्ट लागत 358 करोड़ रुपये स्वीकृत है। 43 किलोमीटर लंबाई के प्रोजेक्ट में सतना बायपास पर टमस नदी पर 32 करोड़ रुपये की लागत से 250 मीटर लंबाई का उच्च स्तरीय पुल बनाया गया है। सतना-बेला प्रोजेक्ट का टमस नदी पर पुल सबसे बड़ा कार्य है। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य उमेश प्रताप सिंह, जनपद सदस्य धर्मेन्द्र सिंह, एसडीएम रघुराजनगर (सिटी) राजेश शाही, संजय राय, अशोक गुप्ता, विजय तिवारी, भगवती प्रसाद पांडेय, रमाकांत गौतम सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।