राष्ट्रीय तेलगु समाख्या स्थापना दिवस पर आज एक बडे कार्यक्रम का आयोजन था।इस वर्चुअल कार्यक्रम में देश के उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू जी जुड़े थे।इस कार्यक्रम का आयोजन तेलगु समाख्या स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में रखा गया था।इस कार्यक्रम में तेलगु समाज से देश के चुनिंदा लोगो को जोड़ा गया था।उपराष्ट्रपति के वर्चुअल कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ से एक व्यक्ति का जुड़ना अपने आप मे बडे ही सौभाग्य की बात है।बिलासपुर के डॉ शिवम अरुण पटनायक जो कि शिक्षाविद, समजसेवी व तेलगु समाज के प्रमुख व्यक्ति के रुप में जाने जाते है। आज डॉ पटनायक को भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू के साथ वर्चुअल बैठक में शामिल होने का अवसर अकेले छत्तीसगढ़ राज्य से मिला।
राष्ट्रीय तेलुगु समाख्या स्थापना दिवस के अलावा श्री एम वेंकया नायडु जी के साथ पहले भी कई कार्यक्रम में डॉ पटनायक शामिल रहे है। आज के इस कार्यक्रम में शामिल होकर डॉ अरुण पटनायक ने छत्तीसगढ़ का मान सम्मान बढ़ाया है।डॉ अरुण पटनायक पूर्व में भी विदेशों में कई कार्यक्रम को मुख्य वक्ता बनकर विशेष रूप से भी सम्मिलित हो चुके है।
कोरोना काल मे भी उपराष्ट्रपति जी के द्वारा डॉ पटनायक से हालचाल जानने के लिए भी बात की थी।डॉ अरुण पटनायक एम वेंकैया नायडू जी से पारिवारिक तौर पर जुड़े हुए है।आज के वर्चुअल कार्यक्रम में तेलुगु और इसकी साहित्य परंपरा और रीति-रिवाजों को मजबूत करने पर चर्चा किया गया।साथ ही इसको मजबूत करने के लिए एक महान सूत्र भी उपराष्ट्रपति जी के द्वारा दिया गया।
डॉ अरुण शिवम पटनायक का तेलंगाना सरकार व आंध्रप्रदेश सरकार ने भी कोरोना काल मे सम्मान किया था।छत्तीसगढ़ के इकलौते व्यक्ति है जिनसे आज उपराष्ट्रपति के वर्चुअल कार्यक्रम में सम्मिलित होने का मौका मिला।निश्चत ही यह पूरे प्रदेश के मान सम्मान की बात है।