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पुलिस की कार्रवाई से विधायक नाराज, कांग्रेस कार्यकर्ता से आतंकवादी जैसा व्यवहार कर रही पुलिस – शैलेश पाण्डेय

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बिलासपुर। कांग्रेस नेता के गिरफ्तार होने की सूचना पर विधायक शैलेष पांडेय तारबाहर थाने पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने थाना प्रभारी कलीम खान से मुलाकात कांग्रेस नेता मोती थारवानी की पत्नी दामिनी थारवानी की ओर से की गई शिकायत पर कार्रवाई की मांग की। साथ ही कहा कि मोती कोई आतंकवादी नहीं, जनसेवक हैं। विधायक ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया। इसे लेकर थाना प्रभारी और विधायक के बीच बहस भी हो गई।

विधायक शैलेष पांडेय ने थाना प्रभारी से कहा कि कांग्रेस नेता मोती थारवानी श्रीकांत वर्मा तिराहे के पास अपनी पत्नी दामिनी थारवानी के साथ खरीदारी के लिए गए थे। इस दौरान आरक्षक ने उनके साथ बदसलूकी थी। पुलिस ने आरक्षक की शिकायत पर कांग्रेस नेता के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया। इसके बाद उन्हें आतंकवादी की तरह पेश किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पुलिस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करने के बजाय एकतरफा कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने दामिनी की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। दामिनी ने अपनी शिकायत में आरक्षक के शराब के नशे में होने की बात कही है। वहीं, घटना के दौरान आरक्षक ने गाली-गलौज की शुरुआत की थी।

इसके बाद उनके पति ने आरक्षक से सीधे काम करने को कहा था। बाद में उनके बीच कहासूनी हुई। वहीं, पुलिस की ओर से बढ़ रहे दबाव के कारण मोती थारवानी अपने रिश्तेदार के घर गए थे। इस बीच उन्होंने डाक के माध्यम से एसपी कार्यालय में अपनी शिकायत भेजी है। इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

विधायक ने कार्रवाई पर उठाए सवाल

1 महिला की शिकायत पर अब तक कार्रवाई शुरू नहीं की गई।

2 शिकायत के बाद भी पुलिस ने आरक्षक का मेडिकल टेस्ट नहीं कराया।

3 दोनों पक्ष ने सिविल लाइन थाने में समझौता कर लिया था। इसकी तस्दीक नहीं की गई।

4 वीडियो के आधार पर एकतरफा कार्रवाई की गई। वीडियो की जांच नहीं की गई।

बिलासपुर पुलिस कप्तान से की गई तब उन्होंने कहा कि यह घटनास्थल में उपस्थित आम पब्लिक के द्वारा बनाया गया वीडियो हैं, और आरक्षक का गाली देता हुआ जो विडियो वाइरल हुआ है वो दो वर्ष पुराना हैं, यह घटना 30 जून 2019 की है, जिसमे आरक्षक के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी। कानून तोड़ने वाला चाहे आम आदमी हो नेता हो या पुलिस के अधिकारी या जवान सभी पे कार्यवाही की जाएगी।एसपी के अनुसार आरक्षक के खिलाफ भी इस घटना का कोई साक्ष्य या वीडियो गाली गलौच का आता है तो मैं अब भी उस पर कार्यवाही करूँगा।

आरक्षक व उसके भाई पर वायरल वीडियो वाली घटना में हुई थी एफआईआर:-

जिस वीडियो को एसपी को विधायक ने भेजा हैं, उस वीडियो वाली घटना में मिली जानकारी के अनुसार वह टिकरापारा में आरक्षक के घर के पास की ही हैं, जिसमे आरक्षक के बाजू वाले घर मे रहने वाले यादव परिवार से बाउंड्री बाल बनाने को ले कर हुए विवाद के चलते आरक्षक व उसके भाई ने पड़ोसी को गालीगलौच कर मारपीट की थी जिस पर कोतवाली थाने में एफआईआर क्रमांक 234/19 धारा 294, 323, 34, 427 कायम की गई थी।

“यह वीडियो 30 जून 2019 का है. पड़ोसियों के बीच विवाद हुआ था इसमें आरक्षक और उसके भाई के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया था. यदि आरक्षक के खिलाफ अभी भी कोई गलती मिलती है, तो विधिवत कार्रवाई की जाएगी”.

एसपी प्रशांत अग्रवाल