बिलासपुर पुलिस की नाक के नीचे कॉलेज छात्रा को बीच बाजार बे-इज्जत करने का कुत्सित प्रयास… मजमा लगाकर तमाशा देखते रहे लोग… बिलासपुर पुलिस के निकम्मेपन और लापरवाही से पूरे जिले में अराजकता,गुंडागर्दी और आतंक का माहौल…
बिलासपुर – छत्तीसगढ़ उजाला
इस बात में कोई दो राय नहीं हो सकती है कि पूर्ववर्ती भाजपा राज के जमाने में बिलासपुर जिला तथा पुलिस प्रशासन की स्थिति इस कदर बद से बदतर नही थी जितनी बद्तर स्थिति आज दिख रही है। जिले के हर तहसील और ब्लॉक में चल रहे जुए के अड्डे,सटोरियों तथा मादक पदार्थों व कोयला तस्करों का काम बेख़ौफ़ चल रहा है।एक समय का शांत शहर आज अपराध का गढ़ बनता जा रहा है।शहर के साथ ही जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आये दिन वारदातों की खबरे सुनने व देखने मे आती है।न्यायधानी की पुलिस व्यवस्था का वास्तविक चेहरा आज दिखने लगा है।शहर की बदहाल कानून व्यवस्था से अब जनता में नाराजगी भी दिखने लगी है।
ऐसा प्रतीत होता है कि बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक की आंखों पर पट्टी बंध गयी है।बिलासपुर की पुलिसिंग कही न कही लचर व कमजोर हो चुकी है।न्यायधानी में सूदखोरों के आतंक की खबरे हर दिन सुनने में आती है।न्यायधानी में बढ़ते अपराधों पर पुलिस विभाग अंकुश लगाने में असक्षम साबित हो रहा है।भूमाफिया लोगो की जमीनों पर खुलेआम कब्जा कर रहे है।दुकानों को खाली कराने का काम खुलेआम किया जा रहा है।शहर में नशे का कारोबार बेख़ौफ़ तरीके से चल रहा है।शहर में दिनदहाड़े चोरियां हो रही है।पर न्यायधानी की पुलिसिंग नजर नही आती है।
अब तो बिलासपुर में लड़कियों का जीना भी दूभर हो गया है।छेड़खानी के मामले भरे बाजार में घटित हो रहे है।शहर की बदहाल कानून व्यवस्था को देखकर अब इसे अन्धेर नगरी कहा जा सकता है।प्रदेश की भूपेश सरकार स्वच्छ सरकार की स्वच्छ नीतियों की बाते तो बड़ी बड़ी करती है पर वास्तविकता कुछ और ही दिखती है।
न्यायधानी में कॉलेज छात्रा के साथ दिन दहाड़े भरे बाजार में हुई छेड़खानी:
तीन मुस्लिम युवकों द्वारा अंबिकापुर से चलकर अपना भविष्य तलाशने बिलासपुर आई हुई छात्रा के साथ मानवता को शर्मसार करने वाला हादसा बीच सड़क में हुआ और पुलिस महानिरीक्षक तमाशा देखते रहे । छात्रा चीख चीख कर भीड़ से मदद मांगती रही,परंतु कोई सामने नहीं आया । पुलिस को दिए गए अपने बयान में छात्रा ने बिलासपुर की कानून व्यवस्था पर उंगली उठाते हुए कहा कि यदि उनका दोस्त साथ नही होता तो उस दिन इज्जत तो जाती ही ,जान भी जा सकती थी । वे तीनों मुझे गंदी – गंदी गालियाँ देते रहे और जब मैंने कहा कि पुलिस को फोन लगाकर बुलाती हूँ…तो उन्होंने कहा – ‘लगा जिसे लगाना है, 112 लगा, मैं नंबर दे रहा हूँ पुलिस का, लगा’ । छात्रा ने आगे बताया कि सलीम, अकीब और आफताब आए दिन इसी तरह छेड़खानी करके मेरे साथ गलत हरकत करने की फिराक में रहते थे।
छात्रा को बचाने वाले उसके दोस्त के साथ मारपीट की गई:
छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में बीएससी की छात्रा के साथ जिस प्रकार बीच शहर छेड़खानी हुई, फब्तियां कसी गईं तथा उसे बचाने वाले उसके दोस्त पर प्राणघातक हमला हुआ,उसने बिलासपुर एस पी के लचर कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है । इस पूरे वारदात के दौरान पोस्ट ऑफिस के पास भीड़ तमाशा देखती रही, पर छात्रा को बचाने कोई सामने नहीं आया । वह और उसका सहपाठी दोस्त जब सलीम को पकड़े हुए थे, तब अचानक सलीम के मोहल्ले के तीन-चार लोगों ने छात्रा के दोस्त को पकड़ लिया । मौका पाकर सलीम हाथ छुड़ाकर वहां से भागने लगा, तब छात्रा के दोस्त के साथ और उसकी दीदी ने मुख्य आरोपी सलीम के पीछे भागकर पकड़ लिया । इस दौरान छात्रा की सहायता करने वाले युवक पर सलीम ने बेल्ट से हमला कर दिया परंतु मौजूद भीड़ में मौजूद युवकों की मदद से सलीम को पुलिस के हवाले कर दिया गया।
बाद में पुलिस द्वारा सलीम तथा उसके अन्य दो साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ कर लिया गया । 15 जून की शाम साढ़े सात बजे की इस घटना पर बिलासपुर पुलिस अब तक केवल एक आरोपी को गिरफ्तार कर पाई है, बाकि दो आरोपी अब तक फरार हैं।
सलीम, आकिब और आफताब की गुंडागर्दी की शिकार छात्रा और उसकी बहन मूलतः अंबिकापुर की रहने वाली हैं । फिलहाल वह बिलासपुर में रहकर बीएससी की पढ़ाई कर रही हैं । छात्रा का कहना हैं कि सलीम और उसके मनचले दोस्त चांटापारा के मुख्य मार्ग में खड़े होकर आने जाने वाली छात्राओं पर इसी तरह अश्लील फब्तियां कसते हैं । इतना ही नहीं, सलीम नाबालिग बच्चियों से लेकर महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने तथा अश्लील इशारे करने से बाज़ नहीं आता।
छात्रा के साथ मनचले छेड़खानी करते रहे और लोग तमाशबीन बने रहे:
इस घटना से छात्रा बेहद असुरक्षित महसूस कर रही हैं । अपनी भावनाएं साझा करते हुए पीड़ित छात्रा ने बताया कि जब उसके साथ बीच सड़क पर छेड़खानी की घटना हो रही थी, वहां लोगों की भारी भीड़ जमा थी । हमने लोगों से कहा कि वारदातें होने के बाद आप कैंडल मार्च निकालते हो, आपके सामने लाइव घटना हो रही है, पर हमारी गुहार के बाद भी किसी ने हमारी कोई सहायता नहीं की ।
हमारे संवाददाता से बातचीत करते हुए पीड़ित छात्रा ने बताया कि चांटापारा में लड़कियों पर फब्तियां कसने की घटनाएं आम हैं, लफंगे लड़कों का गुट पिता के साथ आने जाने वाली नाबालिग बच्चियों पर अश्लील कमेंट्स पास करते रहते है । परंतु बिलासपुर पुलिस अब तक ऐसे मनचलों पर कार्रवाई करने में अब तक नाकाम रही है।
असामाजिक तत्वों पर पुलिस की मेहरबानी समझ से परे:
जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में सलीम जैसे मनचलों के डर से बहुत सी लड़कियों ने अपना जॉब तक छोड़ दिया है । दो तीन महीने पहले उसके और उसकी बहन के साथ पहले भी ऐसी ही घटना हो चुकी है, तब पेट्रोलिंग टीम को सूचना दी गई थी , परंतु कोई कार्रवाई नहीं होने से सलीम और उसके दोस्तों का हौसला बढ़ता गया । सरकार और प्रशासन से आग्रह हैं कि बेटियों की सुरक्षा की बात करना अलग बात है, पर ऐसे क्षेत्रों में एक सेक्युरिटी गार्ड तो रहना ही चाहिए, ताकि अन्य शहरों से आकर पढ़ने वाली बेटियां सुरक्षित महसूस कर सकें।
इस पूरे घटनाक्रम के बारे में पुलिस का कहना है कि अपराध पंजीबद्ध करके एक आरोपी सलीम को गिरफ्तार किया गया है, बाकी दो आरोपी फिलहाल फरार हैं । उनकी पतासाजी की जा रही है।इस घटना पर जब टी आई से सवाल किया गया कि आख़िर अब तक उनकी गिरफ्तारी क्यो नही हो सकी तो उनका जवाब था कि जांच टीम लगा दी गयी है।बिलासपुर में बढ़ते हुए अपराध को रोक पाने में पुलिस विभाग की लाचारी समझ से परे है।प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वच्छ सरकार चलाने की बाते तो हमेशा करते है।पर बिलासपुर में वास्तविकता कुछ और ही है।एक समय का शांत कहे जाने वाला शहर आज अपराध का गढ़ बनता जा रहा है।जुआ सट्टा नशे का कारोबार खुलेआम चल रहा है।बेटियां सुरक्षित नही है।दिनदहाड़े बेटियों को छेड़ा जा रहा है।आये दिन ऐसी कितनी घटनाएं बिलासपुर जिले में हो रही होगी।बहुत सी लडकिया बदनामी के डर से इन सब मामलों में सामने नही आती है।आखिर बिलासपुर पुलिस की यह कैसी कार्यप्रणाली है जिससे असामाजिक तत्वों में कानून का डर ही नही रहा।आज की पुलिस व्यवस्था क्या इतनी कमजोर हो चुकी है?ऐसे बहुत से सवाल लोगो के जेहन में उठ रहे है।बिलासपुर पुलिसिंग की व्यवस्था से न्यायधानी को अन्धेर नगरी कहना गलत नही होगा।