⭕ भूपेश-सरकार ने कोविड मरीजों के लिए ICU और वेंटिलेटर के साथ अधिकतम 17 हजार रुपये प्रतिदिन का शुल्क निर्धारित किया था, लेकिन निजी अस्पतालों ने 30-40 हजार रुपये प्रतिदिन का बिल बना वसूली की…
सरकारी आदेश की धज्जी उड़ा के निजी अस्पतालों ने जनता को लूट डाला लेकिन भूपेश सरकार की नींद नहीं टूटी..!
⭕ पिछले शिक्षा सत्र में केवल ट्यूशन-फीस लेने का आदेश था लेकिन ट्यूशन-फीस के नाम पर ही निजी स्कूलों ने मनमानी लूट मचाई…तब भी आंख बंद किये भूपेश सरकार नींद का आनंद लेते रही..!
⭕ इस साल का शिक्षा सत्र शुरू होने को है पर स्कूल कब खुलेंगे ये अभी निश्चित नहीं है…लेकिन अभी से निजी स्कूल 15-20% फीस बढ़ा के अभिभावकों पर फीस भरने का दबाव बनाने लगे हैं…यानि मध्यम वर्ग फिर लूटेगा, क्योकिं भूपेश सरकार को अपनी नींद अति प्यारी है..!
पिछले एक साल से महामारी की वजह से मध्यम-वर्ग की आमदनी का श्रोत बड़े पैमाने पर प्रभावित है,
लोगों के काम धंधे ठप्प पड़े हैं,और वो भयंकर आर्थिक तंगी झेलने पर मजबूर हो गए हैं…
ऐसी विषम परिस्थिति में भी निजी स्कूलों द्वारा आनलाइन पढ़ाई के नाम पर पालकों से मनमाना फीस वसूली गई…
अब नए शैक्षणिक सत्र में भी निजी स्कूलों की मनमर्जी बुलन्दी पर है..!
इस पूरे खेल में शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्त नोडल-अधिकारी की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है…
क्योकिं वो निजी स्कूल की मनमानी को पूरी तरह से रोकने में सक्षम है, लेकिन अभिभावकों की शिकायत के बाद भी आजतक छत्तीसगढ़ में कोई कार्यवाई नहीं हुई…
इससे पता चलता है कि निजी स्कूलों को “भूपेश सरकार” का पूर्ण संरक्षण प्राप्त है, इसलिए उन्हें मौन सहमति प्राप्त है शिक्षा विभाग से..!
निजी-स्कूलों की लूटमार चालू है, साथ ही पालक भविष्य में शिकायत न कर सकें इसलिए उनसे फार्म पर साइन ले लिया जा रहा…
पालक भी बच्चों के भविष्य को सोचकर इस खुलेआम डकैती को “मन मारकर” सहने को मजबूर हैं..!
राज्य सरकार ने बोर्ड परीक्षार्थियों के अलावा प्रदेश के अन्य छात्रों को जनरल प्रमोशन देने का निर्णय लिया है… राज्य सरकार के इस निर्णय के वावजूद निजी स्कूलों ने फीस जमा नहीं करने वाले पालको के बच्चों की मार्कशीट व टीसी ना देने का निर्णय लिया है…
स्कूल संचालकों की मानें तो छात्रों को प्रमोट तो कर दिया जाएगा, लेकिन वो आगामी कक्षा में नहीं जा सकेगा, न ही वो दुसरे किसी स्कूल में एडमिशन ले पायेगा…
आगामी कक्षा में वो तभी जा सकेंगे, जब फीस जमा करके सर्टिफिकेट प्राप्त करेंगे..!
कूल मिलाकर शिक्षा का मन्दिर, आज कमीशनखोरी और उगाही की मंडी में तब्दील हो चुका हैं…
भूपेश सरकार को ताबड़तोड़ बधाई..!!