बंगाल में हिंसा पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग जय वन्देमातरम ने सौंपा ज्ञापन
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद से लगातार हो रही हिंसा के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई किए जाने को लेकर जय वंदेमातम् संगठन छत्तीसगढ़ द्वारा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन कलेक्टर महोदय को सौंपा गया।
ज्ञापन में उल्लेख किया है कि कोई भी व्यक्ति, संप्रदाय या राज्य देश के संविधान से ऊपर नहीं है अतः संविधान की मूल भावनाओं तथा देश की अखंडता और संप्रभुता को खतरे में डालने वाले किसी भी कृत्य को कठोरता के साथ रोका जाए। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान तथा उपरांत हुई हिंसा नेभयावह रूप ग्रहण कर लिया है। चुनाव परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद आरंभ हुई यह हिंसा अब तक निरंतर जारी है।
बंगाल चुनाव के परिणाम के बाद पहले सप्ताह में ही 3000 से अधिक गांवों में हिंसक घटनाएं हुई हैं। जिनमें 70, 000 लोग प्रभावित हुए हैं। 3,886 मकान दुकान को क्षति पहुंची है। अनेक मकान तो बुलडोजर से ध्वस्त कर दिए गए। तृणमूल कांग्रेस के जिहादी गुंडों ने उन 39 महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया। इनमें से केवल चार के साथ बलात्कार की पुष्टि हो पाई है, क्योंकि शेष की पुलिस ने मेडिकल जांच कराने से ही इंकार कर दिया। केवल सत्ताधारी पार्टी के विरोध में काम करने के अपराध में 2157 कार्यकर्ताओं पर हमले हुए हैं। अपने ही देश में बंगाल के लोग अपनी जान बचाने अन्य अन्य स्थानों पर शरणार्थी बनकर रहने को मजबूर हो रहे हैं। बंगाल में हो रही घटनाएं देश के कानून व्यवस्था को भी चुनौती देने वाली है।
जय वंदेमातरम संगठन ने पश्चिम बंगाल मे राष्ट्रपति शासन की मांग के साथ बंगाल में कानून व्यवस्था का राज कायम करने हेतु पीड़ितों को न्याय सुरक्षा व सभी प्रकार के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं जाने की मांग की गई।
इस अवसर पर जय वंदेमातम् संगठन के प्रदेश संयोजक राजेन्द्र सिंह,विभाग संयोजक पुष्पेन्द्र सिंह, संगठन मंत्री विवेक पांडे,जिला संयोजक आकाश यादव, नगर उपाध्यक्ष दीप नारायण शुक्ला,नगर संयोजक आकाश काछवाहा, नगर मंत्री रूपेश यादव, हनी मिश्रा , सोहन गुप्ता ,योगेंद्र शर्मा ,शिबू प्रामाणिक।