बिन गुरु शब्दों का मान कहां,
गुरु के बिना जग में ज्ञान कहां|
सच्चे गुरु के बिना इस जहां में,,
मनुष्यता की पहचान कहां||
समाज को नई दिशा देना ही,
गुरु के जीवन का आधार है|
जीवन के अर्थो को समझाना,,
कर्तव्य निष्ठा की पहचान है ||
ईश्वर से भी ऊपर इस जहां में,
गुरु का अपना अलग स्थान है|
गुरु के रूप में पूजे जाते जग में,,
महावीर,गौतम बुद्ध भगवान है||
सेवाभाव को सर्वोपरि मानने वाले,
गौतमबुद्ध कीअलग पहचान है|
गुरु को पूजने कि खातिर ही,,
भारत देश कि अलग पहचान है||
किताबों में भरा ज्ञान का भंडार है,
पर जीवन जीने का आधार कहां|
बिन गुरु शब्दों का मान कहां,,
गुरु के बिना जग में ज्ञान कहां||
सीमा वर्मा(सरू दर्शिनी)
बिलासपुर छत्तीसगढ़