राजस्थान में रह रहे 25 हजार पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों के लिए कोरोना टीका लेना दूर की कौड़ी बन गया है। दरअसल, इन लोगों के पास आधार कार्ड न होने के कारण कोरोना वैक्सीन लेना असंभव सा है। जोधपुर की करीब 24 से ज्यादा झुग्गियों में 90 फीसदी पाकिस्तानी प्रवासी रहते हैं लेकिन सरकारी दावे के उलट अभी तक न तो इनकी कोरोना जांच हुई है और न ही किसी तरह का इलाज इन्हें मुहैया कराया गया है।
हाल ही में कुछ पाकिस्तानी प्रवासी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद मेडिकल और स्वास्थ्य विभाग ने 24 झुग्गियों में घर-घर जाकर सर्वे किए जाने का आदेश दिया था, लेकिन टीकाकरण को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।
गृह विभाग के मुताबिक, करीब 22 हजार 146 पाकिस्तानी प्रवासी राजस्थान में लॉन्ग टर्म वीजा पर रहे हैं। पाकिस्तानी प्रवासियों के बुनियादी अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले सीमांत लोक संगठन का अनुमान है कि वीजा धारकों को मिलाकर राजस्थान में रह रहे पाकिस्तानी अल्पसंख्यक प्रवासियों की संख्या 25 हजार के आसपास होगी। मेडिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक, करीब 17 हजार 180 पाकिस्तानी प्रवासी अकेले जोधपुर की 24 बस्तियों में रहते हैं।
सीमांत लोक संगठन के अध्यक्ष हिंदू सिंह सोढा के मुताबिक, आधार कार्ड का न होना पाक प्रवासियों के टीकाकरण में सबसे बड़ी बाधा है। इस संबंध में मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर मांग की गई है कि पाकिस्तानी प्रवासियों का पासपोर्ट, रेजिडेंशियस परमिट या फिर लॉन्ग टर्म वीजा के आधार पर टीकाकरण किया जाए।
इस बीच बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने भी केंद्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर पाकिस्तानी प्रवासियों को के लिए टीकाकरण सुनिश्चित करने की मांग की है।